राजस्थान के बाड़मेर से पूर्व विधायक रहे मेवाराम जैन का एक और अश्लील वीडियो (Another porn video of Mevaram Jain) सामने आया है। इस वीडियो के स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर जमकर वायरल (Screenshots of the video went viral on social media) किए जा रहे हैं। वहीं पीड़ित महिला की ओर से दर्ज कराए गए मामले पर अभी तक किसी तरह की कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हुई है।
दरअसल, पिछले दिनों सोशल मीडिया पर 70 वर्षीय पूर्व विधायक मेवाराम जैन के कथित तौर पर दो वीडियो वायरल हुए थे। अब एक तीसरा आपत्तिजनक वीडियो सामने आया है, जो तकरीबन 33 मिनट का बताया जा रहा है। पूर्व में वायरल हुए दोनों वीडियो तकरीबन 7-7 मिनट के थे, जिनमें से एक वीडियो में महिला अलमारी में मोबाइल कैमरा ऑन करके छुपाती हुई दिखाई दे रही थी, तो दूसरा वीडियो बेहद आपत्तिजनक वीडियो (Extremely objectionable video) था।
वहीं पीड़िता की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि पिछले दिनों मेवाराम जैन के कथित गुंडो ने जबरदस्ती उसे घर से उठाकर फार्म हाउस ले गए, जहां उसके हाथ पैर बांध के कपड़े उतार कर उसे बुरी तरह पीटा गया और उसके प्राइवेट पार्ट में लकडी डालने की भी कोशिश की गई। महिला को पुलिसकर्मी पीटते रहे जबकि वहां कोई भी महिला पुलिसकर्मी मौजूद नहीं थी। इस दौरान पुलिस कर्मियों ने भी वीडियो बनाएं और डरा धमका कर एक सफेद खाली कागज पर दस्तखत भी करवा लिए।
वहीं इस मामले में एसपी दिगंत आनंद का कहना है कि पुलिसकर्मियों के खिलाफ दुर्व्यवहार जैसी कोई शिकायत नहीं मिली है। अगर ऐसी कोई रिपोर्ट आती है तो इस पर कार्रवाई की जाएगी। वहीं जोधपुर पश्चिम के डीसीपी गौरव यादव के अनुसार पूर्व विधायक और पुलिसकर्मियों के खिलाफ राजीव गांधी नगर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है और इस मामले की जांच की जा रही है।
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बतादें, पीड़ित महिला की ओर से पूर्व विधायक मेवाराम जैन, डिप्टी एसपी आनंद सिंह राजपुरोहित, बाड़मेर कोतवाल गंगाराम, नगर परिषद उपसभापति सुल्तान सिंह समेत 9 लोगों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म और पॉक्सो के तहत मामला दर्ज किया गया है। हालांकि अभी तक इस मामले में कोई भी गिरफ्तारी नहीं हुई है। वहीं मामला बढ़ता देख मेवाराम जैन ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है और कथित वायरल वीडियो को एडिटेड बताया है। इस मामले में हाई कोर्ट ने उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगाते हुए 25 जनवरी को अगली सुनवाई मुकर्रर की है।