बारां। जिले के राजपुरा में स्थित गवर्नमेंट प्राइमरी स्कूल में हेड मास्टर और उसकी शिक्षक पत्नी (Head Master and his teacher wife at Government Primary School) की जगह स्कूल में पढ़ा रहे 3 फर्जी शिक्षकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया (Police arrested 3 fake teachers teaching in school) है। कई सालों से चल रहे इस खेल का पर्दाफाश गुरुवार को उस समय हुआ जब पुलिस और शिक्षा विभाग टीम ने स्कूल पर छापामारी की। आरोपी शिक्षक दंपती सरकार से हर माह करीब डेढ़ लाख रुपए से अधिक वेतन उठाते थे और इनको 15 हजार रुपए महीना देते थे। मामला बारां सदर थाना क्षेत्र के राजपुरा स्थित गवर्नमेंट प्राइमरी स्कूल का है।
सदर थानाधिकारी रामविलास मीना ने बताया कि स्कूल में हेड मास्टर विष्णु गर्ग और उसकी पत्नी मंजू गर्ग शिक्षिका के पद पर तैनात थी। स्कूल में छापा मारा तो टीचर दंपती की जगह विष्णु भारद्वाज, खुशबू, सुगना स्टूडेंट को पढ़ाती हुई मिली। पुलिस ने तीनों को हिरासत में ले लिया है।
आरोपी दंपती 20 साल से यहीं पद स्थापित
सीआई ने बताया कि प्रारंभिक जांच में सामने आया कि शिक्षक दंपती 20 साल से इसी जगह तैनात है। बताया जा रहा है की बीते कई सालों से ये दोनों स्कूल नहीं आते थे। विष्णु को 7 हजार और दोनों महिला शिक्षिका को 4-4 हजार रुपए महीने देते थे।
आरोपी शिक्षक दंपती हर महीने सरकार से करीब डेढ़ लाख रुपए से अधिक वेतन उठा थे। शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने हेड मास्टर और उसकी शिक्षक पत्नी (Head Master and his teacher wife) को कॉल कर मौके पर बुलाया, लेकिन वे दोनों स्कूल नहीं पहुंचे। ऐसे में पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वहीं, आरोपी शिक्षक दंपती की तलाश की जा रही है।
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स्कूल में आरोपी पति-पत्नी के अलावा एक महिला टीचर और कार्यरत थी। स्कूल में 60 से अधिक बच्चे हैं। किसी व्यक्ति ने बारां एसपी राजकुमार चौधरी को लेटर लिखकर इसकी शिकायत की। एसपी के निर्देश पर जांच की गई तो पूरा मामला सामने आ गया। इसके बाद डीएसपी पूजा नागर और शिक्षा विभाग की टीम स्कूल पहुंची तो पुरा राज खुल गया।