राजस्थान में बीजेपी ने सरकार का गठन हो चुका है और भजन लाल शर्मा ने सीएम पद की शपथ भी ले ली है। वहीं, उनके साथ दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा दोनों ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ले ली है। शपथ के बाद सीएम समेत दोनों डिप्टी सीएम अपने काम में लग गए हैं। लेकिन अब लोगों को राज्य के कैबिनेट के गठन का इंतजार (Waiting for the formation of the state cabinet) है। हालांकि, माना जा रहा है कि इसके लिए जनता और विधायकों को इंतजार करना पड़ सकता है। क्योंकि सीएम भजन लाल शर्मा के सामने कैबिनेट गठन की सबसे बड़ी चुनौती है।
आपको बता दें, बीजेपी के 115 विधायक है जिसे लेकर सरकार का गठन किया गया है। वहीं अब इन विधायकों में से किसे-किसे मंत्री मंडल में शामिल (Who among the MLAs should be included in the cabinet?) किया जाए इसे लेकर समीकरण बैठाना सीएम भजन लाल शर्मा के लिए थोड़ी दिक्कत आ सकती है।
मंत्रीमंडल की रेस में आगे
राजस्थान कैबिनेट में कुल 30 विधायक मंत्री बन सकते हैं, इसमें अगर सीएम भजन लाल शर्मा, दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा को शामिल करने के बाद 27 मंत्रियों की जगह खाली (27 ministers’ seats vacant) होगी। हालांकि, इसमें सांसद से विधायक बने महंत बालकनाथ, किरोड़ी लाल मीणा और राज्यवर्धन सिंह राठौड़ वहीं, अनीता भदेल, गजेंद्र सिंह खींवसर, हीरालाल नागर, कालीचरण सराफ, महंत प्रताप पुरी, ओटाराम देवासी, पुष्पेंद्र सिंह राणावत जैसे नाम कैबिनेट में शामिल होंगे ये तय माना जा रहा है।
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34 विधायकों के नाम भी रेस में
जगत सिंह, भैराराम चौधरी, ताराचंद जैन, शंकरलाल डेचा, डॉ शैलेश सिंह, बाबूलाल खराड़ी, जेठानंद व्यास, झाबर सिंह खर्रा, प्रताप सिंह सिंघवी, अजय सिंह किलक, डॉ जसवंत यादव, सिद्धि कुमारी, बहादुर सिंह कोली, कालूलाल मेघवाल, संदीप शर्मा, नौक्षम चौधरी, विश्वराज सिंह मेवाड़, डॉ विश्वनाथ मेघवाल, जयदीप बिहाणी, गुरवीर सिंह बराड़, उदयलाल भड़ाना, जवाहर सिंह बेड़म, डॉ शैलेश सिंह, मदन दिलावर, जोगेश्वर गर्ग, संजय शर्मा, शत्रुघ्न गौतम, फूल सिंह मीणा, जीतेंद्र गोठवा, मंजू बाघमार, दीप्ति किरण माहेश्वरी, सुमित गोदारा, हेमंत मीणा के मंत्री मंडल की रेस में बताये जा रहे है।