शर्मिष्ठा मुखर्जी ने अपने पिता भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी पर किताब लिखी है। किताब का नाम प्रणब, माई फादर ए डॉटर रिमेम्बर्सश् है। इस किताब का सोमवार को विमोचन किया। बुक लॉन्चिंग पर शर्मिष्ठा ने किताब पर अपनी खुलकर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने प्रणब मुखर्जी के जिंदगी से जुड़ी कई घटनाओं को याद किया है। पत्रकारो से बातचीत कर शर्मिष्ठा ने कहा मेरे पिता के बारे मे पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और सोनिया गांधी क्या सोचते थे वह तो वह दोनों जानते है। पर जहा तक मेरे पिता की बात थी। उन्होंने अपने नोट्स मे लिखा था राजीव गांधी सोचते थे प्रणब मुखर्जी एक सख्त और अडिग व्यक्ति है। जो आंख मूंदकर कोई बात नही मान सकते है।
शायद इस कारण उन्हे राजीव गांधी ने कैबिनेट से मेरे पिता को हटा दिया था। शर्मिष्ठा ने राहुल गांधी द्वारा साल 2013 मे फाड़े गए अध्यादेश के कॉपी का जिक्र किया है। 27 सितंबर 2013 को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल ने एक प्रस्तावित सरकारी अध्यादेश को पूरी तरह बकवास बताकर कहा था उसे फाड़ दिया जाना चाहिए। इसके बाद अध्यादेश की कॉपी फाड़ दी थी। घटना से प्रणब मुखर्जी काफी नाराज हो गए। शर्मिष्ठा ने कहा उनके पिता प्रस्तावित अध्यादेश के विरोध में थे। पर उन्हे लगा इस पर संसद मे चर्चा की जानी चाहिए।
शर्मिष्ठा ने कहा उनके पिता कहा करते थे कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के साथ उनका कार्यकाल उनके राजनीतिक जीवन का श्स्वर्णिम काल था। इंदिरा गांधी के साथ अपने संबंधो के बारे मे बात कर उन्होंने कहा, मेरे पिता कहते थे कि इंदिरा गांधी का काल उनके राजनीतिक जीवन का स्वर्णिम काल था। इंदिराजी बाबा पर नजर रखती थीं। अगर कोई यक्ति था जिसके साथ मेरे पिता की वफादारी थी, तो वह था इंदिरा गांधी थीं और कोई नही था।
कांग्रेस शासन के समय मुखर्जी के पास प्रमुख विभाग थे। उनके पास रक्षा, विदेश मामले और वित्त का प्रभार था। शर्मिष्ठा से जब पूछा गया क्या मुखर्जी राष्ट्रपति पद के लिए पहली पसंद हैं। उन्होंने जवाब दिया कि मुझे नहीं पता वह पहली पसंद थे, दूसरी पसंद थे या तीसरी पसंद थे। पर बाबा की डायरी से मुझे पता चला श्रीमती गांधी श्री हामिद अंसारी जी को राष्ट्रपति बनाने की संभावना और जीतने की संभावना तलाश रही थी। पीएम मोदी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा देश के राष्ट्रपति के रूप मे उनके पिता और पीएम मोदी ने टीम के रूप मे काम किया है। शर्मिष्ठा ने स्पष्ट किया कि उन्होंने किसी के बारे मे अपने पिता के विचारो को तोड़ने-मरोड़ने की कोशिश नही की।