विश्व कप के फाइनल मे ऑस्ट्रेलिया ने भारत को हराकर छठी बार वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया (Australia defeated India in the World Cup final and won the World Cup title for the sixth time.) है। रविवार को खेले गए फाइनल मैच मे ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 6 विकेट से हराया है। ऑस्ट्रेलिया ने ओपनर बल्लेबाज ट्रेविस हेड की 137 रन की शतक कि पारी टीम इंडिया के 241 रन के लक्ष्य को 6 विकेट रहते हासिल किया है। इस विश्व कप मे अभी तक अजेय रहे भारत पर जीत के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम की जमकर तारीफ हो रही है।
ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने भारतीय खिलाड़ियो और दर्शकों के रवैये को लेकर टिप्पणी कर लिखा कि पैट कमिंस और उनकी टीम को इस बड़ी जीत का अहसास नही हुआ क्योंकि एक लाख 30 हजार से ज्यादा क्षमता वाले स्टेडियम मे जब कमिंस को ट्रॉफी सौंपी गई तब पूरा स्टेडियम खाली था। भारत ने लीग मैचो मे 9 जीत और नॉक आउट मुकाबले सेमीफाइनल(Semifinale) मे न्यूजीलैंड को हराकर फाइनल मे एंट्री की थी।
पर टीम इंडिया फाइनल मे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत दर्ज करने से चूक गई थी। आगे लिखा कि क्रिकेट विश्व कप के फाइनल मे भारतीयो ने खेल भावना नहीं दिखाई। जिसको लेकर उनकी आलोचना हो रही है। ऑस्ट्रेलिया को विश्व कप ट्रॉफी दी जा रही थी तब भारतीय खिलाड़ियों के व्यवहार को झुठलाया नही जा सकता है। भारतीय खिलाड़ियो के लिए चोट बहुत ज्यादा थी। क्योंकि भारतीय टीम अब तक कोई मैच नहीं हारी थी। ऑस्ट्रेलिया ने छह विकेट की जीत के साथ 1.4 अरब भारतीयों के दिल तोड़ दिए है। ऑस्ट्रेलियाई अखबार ने आगे लिखा टूर्नामेंट की शुरुआती दो हार के बावजूद आईसीसी क्रिकेट विश्व कप ट्रॉफी पर कब्जा करना किसी भी ऑस्ट्रेलिया के लिए असाधारण उपलब्धियों में से एक है। हेराल्ड सन ने पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग के हवाले से लिखा कि भारत द्वारा तैयार की गई पिच भारत पर बैकफायर कर गई है। पोंटिंग ने अहमदाबाद की पिच को लेकर भारत की रणनीति पर सवाल उठाया।
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट आइकन रिकी पोंटिंग ने कहा तैयार की गई पिच भारत पर बैकफायर कर गई है। फाइनल की पिच वही जिस पर भारत ने पिछले महीने लीग मैच में पाकिस्तान पर सात विकेट से जीत हासिल की थी। ऑस्ट्रेलिया टीम के कप्तान पैट कमिंस ने मैच से एक दिन पहले विकेट को लेकर चिंता जाहिर की थी। रविवार को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए फाइनल मुकाबले को देखने पहुंचे लाखों दर्शक तो खामोश होने के साथ ही ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियो ने एक अरब 40 करोड़ भारतीयों को खामोश करते हुए विश्वकप का खिताब अपने नाम किया है। आगे लिखा कि 90 हजार से ज्यादा भारतीयों से भरे स्टेडियम मे विराट कोहली की स्टंप गिरने की आवाज के बाद ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों की गूंज सुनाई दे रही थी।
वह 11 ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों की जश्न की गूंज थी। कोहली का आउट हो, ट्रेविस हेड का शतक हो या उसके बाद का जीत का क्षण, अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में छाई खामोशी कमिंस और उनकी टीम के सदस्यों के लिए गोल्डन पल था। भारत के प्रधानमंत्री मुख्य अतिथि के रुप मे नरेंद्र मोदी को ऑस्ट्रेलियाई कप्तान कमिंस को ट्रॉफी सौंपते हुए यह बात माननी पड़ी है।
स्टेडियम में छाई खामोशी इसका प्रतीक था कमिंस की टीम ने चतुर और साहसी प्रदर्शन की बदौलत घरेलू टीम से विश्व कप ट्रॉफी छीन ली। कमिंस की बहादुरी रविवार को जारी रही उन्होंने टॉस जीतकर उस टीम के खिलाफ गेंदबाजी करने का फैसला किया जिसने पहले बल्लेबाजी करते हुए पूरे टूर्नामेंट मे दबदबा बनाया था। कमिंस उस वक्त और साहसी लगे जब भारतीय ओपनर और कप्तान रोहित शर्मा ने अपनी टीम को तेज शुरुआत दी है।
पर कमिंस की टीम ने इसके बाद भी वापसी की है। अजेय रहे भारत पर इतने व्यापक रूप से काबू पाना 146 वर्षों के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट इतिहास की बड़ी और महान उपलब्धियों में से एक है। जीत के बाद आस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने कहा, मुझे लगता है हमने अंतिम मैच के लिए अपना बेस्ट परफॉरमेंस बचाकर रखा था। कुछ खिलाड़ियों ने बड़े मैच में अच्छा प्रदर्शन दिखाया। आज हमने सोचा लक्ष्य का पीछा करना अच्छा और आसान होगा। पिच काफी धीमी थी, स्पिन नहीं हो रही थी, हमने सही लेंथ पर गेंदबाजी की है।