अलवर। राजस्थान के खैरथल-तिजारा जिले के किशनगढ़बास में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां पर एक नकली डीजल और पेट्रोल बनाने वाले गोदाम का भंडाफोड़ (Warehouse manufacturing fake diesel and petrol busted) किया गया। एडीशनल एसपी रतनलाल भार्गव ने बताया कि सूचना मिली थी कि इलाके में नकली पेट्रोल-डीजल बिक रहा है।
इसके लिए डीएसटी टीम और किशनगढ़बास पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए गांव कांकरा में चल रहे अवैध कारोबारी स्थल गोदामों में छापा मारा। यहां पर नकली डीजल-पेट्रोल बनाने के गोरखधंधे का खुलासा (The scam of making fake diesel and petrol exposed) हुआ।
किशनगढ़बास गांव कांकरा में पुलिस ने घरों के अंदर से नकली पेट्रोल डीजल के करीब 200 ड्रम व दो प्लास्टिक की टंकियां में करीब 44000 लीटर ज्वलनशील केमिकल का स्टॉक जब्त किया। मौके से 4 जनों को भी पक़डा हैं।
एडिशनल एसपी रतनलाल भार्गव ने बताया कि सूचना मिली थी कि गांव कांकरा की सुखपाल की ढाणी में नकली पेट्रोल व डीजल का कारोबार चल रहा है। खैरथल-तिजारा जिला पुलिस अधीक्षक मनीष कुमार चौधरी के निर्देशन में डीएसपी राजेंद्र सिंह, डीएसटी प्रभारी राकेश कुमार मीना, किशनगढ़बास थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह शेखावत, एएसआई सादिक खान, एएसआई हरविलास ने छापा मारकर स्टॉक को जब्त किया।
मौके से 4 लोगों को हिरासत में लिया है। चारों से पूछताछ की जा रही है। एक पिकअप गाड़ी भी जब्त की है। पुलिस की सूचना पर जिला रसद अधिकारी रणधीर सिंह, इंडियन पेट्रोलियम के प्रतिनिधि शुभम शर्मा, प्रवर्तन निरीक्षक रेखा खींची भी मौके पर पहुंचे।
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उन्होंने बताया कि गांव कांकरा में चार-पांच घरों के अंदर 44350 लीटर पारदर्शी तरल पदार्थ ड्रम व टंकियां में भरा हुआ 200 लीटर क्षमता के 213 ड्रम, दो प्लास्टिक की टंकी 1000 लीटर की एक, 750 लीटर की एक पारदर्शी तरल पदार्थ मिला है। यह न तो पेट्रोल प्रतीत होता है और ना ही डीजल प्रतीत होता है। फोरेंसिक जांच के बाद पता चलेगा कौनसा केमिकल रखा है।