जोधपुर। राजस्थान के बाड़मेर के पूर्व विधायक मेवाराम जैन (Former Barmer MLA Mevaram Jain) पर पिछले साल गैंगरेप का आरोप (Gangrape allegation) लगा था। जैन का एक कथित अश्लील वीडियो भी वायरल हुआ था (The alleged obscene video also went viral)। ऐसे में सोमवार को राज्य की पुलिस ने हाईकोर्ट को बताया कि मेवाराम जैन के खिलाफ जोधपुर में कथित सामूहिक बलात्कार के आरोप में दर्ज मामला झूठा पाया गया है। गौरतलब है कि इससे पहले हाईकोर्ट ने जैन की गिरफ्तारी पर रोक लगाते हुए जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया था।
अतिरिक्त महाधिवक्ता अनिल जोशी ने अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (जोधपुर पश्चिम) की ओर से जस्टिस फरजंद अली की सिंगल बेंच को एक तथ्यात्मक रिपोर्ट सौंपी। पुलिस की रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि जैन के खिलाफ लगाए गए गैंगरेप के आरोप गहन जांच के बाद झूठे पाए गए हैं, ऐसे में अब एक निगेटिव फाइनल रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी।
कोर्ट ने अपनी टिप्पणी में क्या कहा?
फरजंद अली की सिंगल बेंच ने टिप्पणी की कि सभी पीड़ितों के बयानों की समीक्षा करने के बाद और पुलिस रिपोर्ट की जांच करने के बाद मुझे इस अदालत के समक्ष कार्यवाही जारी रखने का कोई कारण नहीं दिखता है।
गौरतलब है कि कांग्रेस के पूर्व विधायक मेवाराम जैन, राजस्थान पुलिस सेवा (आरपीएस) के एक अधिकारी, दो अन्य पुलिस अधिकारी और तीन अन्य लोगों पर गैंगरेप और च्व्ब्ैव् एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। यह मामला जोधपुर के राजीव गांधी नगर थाने में एक महिला ने दर्ज कराया था।
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महिला ने आरोप लगाया है कि उसके साथ गैंगरेप किया गया। इसके अलावा आरोपियों ने कई बार उसकी नाबालिग बेटी से भी छेड़छाड़ की। शिकायत के आधार पर जोधपुर पुलिस ने पूर्व कांग्रेस विधायक, एक आरपीएस अधिकारी, एक सर्कल इंस्पेक्टर, राजस्थान पुलिस के एक सब-इंस्पेक्टर और बाड़मेर नगर परिषद के उपाध्यक्ष सहित चार अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। अब इस मामले में पुलिस ने हाईकोर्ट में एक रिपोर्ट सौंपी है। पुलिस ने दावा किया है कि मेवाराम जैन के खिलाफ लगाए गए गैंगरेप के आरोप झूठे हैं।
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