बाड़मेर। जिले में शुक्रवार को एक ऐसी शाही शादी का आयोजन (Royal wedding ceremony) हुआ जिसके पूरे देश में चर्चे हो रहे हैं। पाली से कांग्रेस पार्टी के पूर्व लोकसभा सांसद रहे बद्रीराम जाखड़ के पोते रामप्रकाश जाखड़ की रॉयल वेडिंग बाड़मेर के बूढातला गांव के NRI बिजनेसमैन नवल किशोर गोदारा की बेटी रितु गोदारा (Ritu Godara, daughter of businessman Naval Kishore Godara) से हुई है।
NRI बिजनेसमैन नवल किशोर गोदारा ने अपनी लाड़ली बेटी की शादी को भव्य बनाने के लिए बूढ़ातला में स्कॉटलैंड किला थीम पर पांडाल सजाया (Pandal decorated on Scottish fort theme) और बारातियों के ठहरने के लिए 200 टैंटों का पूरा गांव बसाया (Set up a whole village of 200 tents)। सुरक्षा के इंतजाम करने के लिए जयपुर से 200 सुरक्षा गार्ड भी शादी में लगवाए।
10 हजार मेहमानों के लिए लग्जरी सुविधाओं का इंतजाम
करीब 10 हजार मेहमानों वाली इस शाही शादी में केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी सहित कई सांसद, विधायक और देश-विदेश से कई मेहमान, बिजनेसमैन पहुंचे। जानकारी के मुताबिक पूरा सेटअप जैसलमेर से मंगवाया गया। इसमें रूम हीटर, हॉट वाटर सिस्टम और लग्जरी सेटअप लगवाया गया। कुल साढ़े 5 लाख स्क्वॉयर फीट में शादी समारोह हुआ।

इस रॉयल वेडिंग में केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी, राजस्थान के मंत्री हेमाराम चौधरी, मंत्री सालेह मोहम्मद, RCA अध्यक्ष वैभव गहलोत, शिव विधायक अमीन खान, बायतु विधायक हरीश चौधरी, बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन, पूर्व सांसद मानवेंद्र सिंह, पूर्व सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी सहित कई राजनेता, बिजनेसमैन शामिल हुए।
शादी के डेकोरेशन का काम एनआरआई बिजनेसमैन (NRI businessman) नवल किशोर गोदारा ने जोधपुर के महेंद्र सिंघवी को सौंपा था। सिंघवी ने मीडिया को बताया-26 और 27 जनवरी को शादी का फंक्शन हुआ। मेन शादी का पांडाल स्कॉटलैंड किले की तरह बनाया गया। मेहमानों और बारातियों के रहने के लिए 200 टैंट लगाए गए। टोटल एरिया साढ़े 5 लाख स्क्वायर फीट का था। जिसमें टैंट, संगीत समारोह का पांडाल, शादी का पांडाल, सभा के लिए अलग पांडाल और बारातियों के खाने के लिए अलग से पांडाल बनाकर व्यवस्था की गई। 20 दिसम्बर से शादी के वेन्यू पर तैयारियां जारी थीं, इस दौरान पूरा गांव जैसे एकदम नया सेटअप लगाया गया।

करोड़ों रुपए के खर्चे वाली इस रॉयल वेडिंग के लिए पूरे गांव का ही कायाकल्प किया गया। नई सड़कें बनाने से लेकर हजारों की संख्या में पेड़-पौधे भी यहां लगाए गए। रेगिस्तान के धोरों में शादी में शामिल होने आए देसी-विदेशी मेहमान भी चैंके बिना नहीं रहे। शादी का पांडाल सजाने के लिए ही 300 तक कारीगर लगे। गांव में रिजॉर्ट भी बनाया गया। वीआईपी मेहमानों के लिए हेलीपैड तैयार किया गया। भारत के अलग-अलग शहरों से सजावटी चीजें मंगाई गईं।

जानकारी के मुताबिक एनआरआई नवल किशोर गोदारा करीब 25 साल पहले साउथ अफ्रीका काम करने के लिए गए थे। वहां उन्होंने बाद में खुद का बिजनेस शुरू किया। जो आज कॉस्मेटिक्स, माइनिंग, कंस्ट्रक्शन के बिजनेस में एक्टिव हैं। कारोबार अब करोड़ों के टर्नओवर में है। नवल किशोर समाज सेवा में भी योगदान देते हैं। कोविड महामारी के टाइम पर सीएम गहलोत को कोविड राहत कोष में 1 करोड़ रुपए का चेक भी इन्होंने भेंट किया था। नवल किशोर गोदारा की माता जी वर्तमान में बुढ़ातला ग्राम पंचायत की सरपंच है।

एनआरआई नवल किशोर गोदारा के एक बेटा और दो बेटियां हैं। सबसे बड़ी बेटी रितु की शादी हुई है। जो इंडिया में ही बीटेक की पढ़ाई कर रही है। रितु विदेश भी आती जाती रहती हैं। दूल्हा रामप्रकाश भी इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है।

नवल किशोर गोदारा ने मीडिया को बताया कि उनका एक बेटा और दो बेटियां हैं। हर पिता का सपना होता है कि अपनी बेटी की शादी धूमधाम से करे। मैं भी देश के बड़े रिजॉर्ट में बेटी की शादी कर सकता था। लेकिन मुझे अपनी बेटी की शादी गांव में ही करनी थी। इसलिए 2 महीने पहले ही शादी की तैयारियां शुरू कर दी थीं। 200 से ज्यादा कारीगर दिसंबर से टेंट सिटी, शादी के पांडाल और रिजॉर्ट तैयार करने में लगे हुए थे। जो बढ़कर 400 के आसपास हो गए। शादी अच्छे से हो गई। मैं सभी का आभारी हूं।