in

Rajasthan – फिर उठी अलग राज्य की मांग, क्या बनेगा भीलिस्तान?

Rajasthan - The demand for a separate state arose again, what will become of Bhilistan?

Jaipur. इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) होने से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) नये जिलों की घोषणा कर बड़ा मास्टर स्ट्रोक खेला हैं। लेकिन इस दौरान अलग से भीलिस्तान (Bhilistan) राज्य का मुद्दा गर्मा सकता है। अब देखना यह होगा कि गुजरात से शुरु हुई ये मांग राजस्थान (Rajasthan) में आगामी चुनावों पर क्या असर डाल सकती है।

बता दे कि गुजरात (Gujarat) में अलग आदिवासी राज्य (tribal state) बनाने की मांग लंबे समय से चली आ रही है। जिसे एक बार फिर से आम आदमी पार्टी (AAP) के डोडियापाड़ा से विधायक चैतर वसावा (MLA Chaitra Vasava) ने बुलंद किया है। वसावा के अनुसार गुजरात के साथ ही राजस्थान-मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में अलग भीलिस्तान (Bhilistan) राज्य बनाने के लिए आंदोलन होगा।

इतना ही नही वसावा ने अपनी बात को समझाने के लिए ट्वीटर पर एक मैप भी शेयर किया जिसे अंग्रेजों के जमाने का बताया गया। वसावा के अनुसार पहले आदिवासी समाज के लिए अलग भीलिस्तान प्रदेश (Bhilistan region) था। जिसमें गुजरात, राजस्थान (Rajasthan) और मध्यप्रदेश के आदिवासी इलाके शामिल थे।

चैतर वसावा के अनुसार आदिवासियों के जल-जगंल और जमीन अधिकार छीने जा रहे हैं और आदिवासी समाज को कुछ नहीं मिल रहा है। इससे संविधान की पांचवी अनुसूची का उल्लंघन हो रहा है, इसलिए भीलिस्तान (Bhilistan) की मांग की जा रही है।

गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी की तरफ से हाल ही में चैतर वसावा को राजस्थान का सह प्रभारी बनाया गया था। चैतर इससे पहले आदिवासी नेता छोटू वसावा की भारतीय ट्राइबल पार्टी (BTP) में शामिल थे किंतु वे आम आदमी पार्टी में शामिल हो गये। हाल ही में चैतर वसावा ने बीजेपी सांसद मनसुख वसावा को सार्वजनिक बहस का चैलेंज दिया था, लेकिन ये बहस टल गयी थी।

बता दे कि दक्षिणी राजस्थान में भील जनजाति की जनसंख्या बहुत अधिक है, जिसमें उदयपुर (Udaipur) के बाद बांसवाड़ा, डूंगरपुर, राजसमंद वो जिलें है जहां आदिवासियों की जनसंख्या सर्वाधिक है। राजनीतिक गणित की बात की जाए तो उदयपुर संभाग में 28 सीटें हैं।

यहां गौर करने वाली बात यह है कि उदयपुर संभाग की 28 में से 16 सीटों पर भील जाति के वोटर्स का दबदबा रहता है, ऐसे में इस इलाके में अगर भीलिस्तान (Bhilistan) का मुद्दा गर्माता है, तो बीजेपी कांग्रेस दोनों की मुश्किल बढ़ सकती है। जिसका आप पार्टी फायदा लेने की कोशिश करेगी।

More

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Success Story- Wanted to become a doctor, became IPS, then IAS in second attempt, once the policeman asked for bribe

Success Story- बनना चाहती थी डॉक्टर, बन गई IPS, फिर दूसरे अटेम्प्ट में IAS, कभी पुलिस वाले ने मांगा था घूस

Entry of Vande Bharat Express in Rajasthan, know where will be the stop and fare

Rajasthan में वन्दे भारत एक्सप्रेस की एंट्री, जाने कहां-कहां होंगे स्टॉप और किराया