बीकानेर। कभी कभी पालतू जानवर भी हिंसक हो जाते हैं और अपने ही मालिक की जान ले बैठते हैं। ऐसा ही एक मामला राजस्थान के बीकानेर जिले से सामने आया है। यहां गुस्साए एक ऊंट ने पहले अपने मालिक को दांतों से पकड़कर नीचे पटका (An angry camel first grabbed its owner with its teeth and threw it down) और फिर उसे पैरों से रौंद डाला (trampled on)। ऊंट का मन यहीं नहीं भरा और वह घायल मालिक के ऊपर बैठ गया। इससे ऊंट मालिक की मौके पर ही मौत (camel owner died on the spot) हो गई। इसके बाद घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने फिर लाठियों से पीट-पीटकर ऊंट को मौत के घाट उतार दिया। अब यह घटना इलाके में काफी चर्चा में है।
जानकारी के अनुसार घटना बीकानेर जिले के पांचू की है। पांचू थानाधिकारी मनोज यादव ने बताया कि इस हादसे में पांचू निवासी सोहनराम पुत्र मोहनराम नायक की मौत हो गई है। मृतक सोहनराम नायक सोमवार 4 बजे गांव से ऊंट गाड़ी लेकर ढाणी पहुंचा। थोड़ी देर बाद वह गाड़ी छोड़ ऊंट को खेत ले जा रहा था। उसका ऊंट उसकी ढाणी के आगे बंधा हुआ था। उसी दौरान वहां एक दूसरा ऊंट आ गया। उसे देखकर सोहनराम का ऊंट रस्सी तोड़कर दूसरे ऊंट के पीछे भागा।
इस पर सोहनराम अपने ऊंट को पकड़ने के लिए उसके पीछे भागा। सोहनराम ने जैसे ही अपने ऊंट को पकड़ा तो वह गुस्सा गया। उसने सोहनराम को दांतों से काट लिया। इससे सोहनराम बिलबिलाने लगा। लेकिन ऊंट ने उसे नहीं छोड़ा। ऊंट ने सोहनराम को नीचे पटककर अपने पैरों तले रौंद डाला। फिर भी उसका मन नहीं भरा तो ऊंट अपने मालिक सोहनराम को दबाकर उसके ऊपर बैठ गया। खेत में और कोई था नहीं जो उसे बचा सके। कुछ देर बाद सोहनराम की मौत हो गई। बाद में जैसे ही ग्रामीणों को इस घटना का पता चला तो वे मौके पर पहुंचे।
सोहनलाल की मौत से गुस्साए ग्रामीणों ने फिर ऊंट को लाठियों से पीट-पीटकर मार डाला। मृतक सोहनराम के तीन बेटे हैं, सोहनराम खेत में ही ढाणी बनाकर रहता था। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया है। ग्रामीणों के अनुसार सर्दियों के मौसम में ऊंट के मुंह से अक्सर झाग निकलते हैं। इसे स्थानीय भाषा में झूठ कहते हैं। ऐसी स्थिति ऊंट काफी गुस्सैल और खतरनाक हो जाता है। उससे सावधानीपूर्वक ही कंट्रोल करना चाहिए।