जोधपुर। जिले में एक दिलचस्प वाक्या सामने आया है। यहां एक दुल्हन शादी के बाद हनीमून पर जाने की बजाय अपने पति के साथ धरने पर बैठ गई (The bride sat on a dharna with her husband instead of going on a honeymoon after marriage)। नव विवाहित युगल का कहना है कि जब तक उनकी मांगें नहीं मान ली जाती तब तक वे धरने पर बैठे रहेंगे। नई नवेली दुल्हन का धरने पर बैठना चर्चा का विषय बना (Sitting on dharna of new bride became a topic of discussion) हुआ है। यह मामला सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। शादी के बाद धरने-प्रदर्शन का यह मामला जोधपुर जिले के फलौदी (Case Phalodi in Jodhpur district) कस्बे से जुड़ा है। यह धरना बीते 23 दिनों से चल रहा है।
दरअसल, करीब तीन सप्ताह पहले दुर्घटना में घायल एक व्यक्ति को फलौदी के सरकारी अस्पताल लाया गया था। घायल को प्राथमिक उपचार देकर उसे जोधपुर रेफर कर दिया गया। लेकिन घायल ने जोधपुर पहुंचने से पहले रास्ते में ही दम तोड़ दिया। फलौदी अस्पताल में डॉक्टर्स की कमी है। यहां हर छोटी मोटी दुर्घटना के बाद पीड़ितों को जोधपुर रेफर कर दिया जाता है। जिला अस्पताल की अव्यवस्थाएं सुधारने की मांग को लेकर 18 जनवरी को ललित रंगा उर्फ ललित हिंदू फलोदी में धरने पर बैठ गए।
उसके बाद 27 जनवरी को ललित हिन्दू की शादी होनी थी। शादी के कार्यक्रमों को देखते हुए ललित के साथियों ने धरना जारी रखा। 27 जनवरी को शादी होने के बाद नव दंपति विवाह मंडप से उठकर सीधे धरना स्थल जयनारायण व्यास सर्कल पहुंच गए। दंपति ने अपनी मांगों को पूरा नहीं होने तक धरने पर डटे रहने की चेतावनी दी है। अब इस मामले को लेकर गुरुवार को फलौदी बंद का आह्वान किया गया है। बंद के दौरान उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी गई है।
ललित हिन्दू की पत्नी देवित्रा रंगा 32 साल की हैं। देवित्रा उत्तर प्रदेश की ब्रजभूमि की रहने वाली हैं। देवित्रा ने साइंस मैथ्स में एमएससी किया है। देवित्रा का कहना है कि फलौदी उसका परिवार है। पति का संकल्प अब उनका भी संकल्प है। शादी के बाद हनीमून की बजाय धरने पर बैठने के मामले में उनका कहना है कि वो बाद की बातें हैं। पहले न्याय के लिए लड़ाई जरुरी है। बहरहाल नव दंपति का यह अनिश्चितकालीन धरना जारी है। नए कपल का यह धरना प्रदर्शन लोगों की जुबान पर चढ़ा हुआ है।