चित्तौड़गढ़। जिले में एक शादी समारोह की खुशियों में उस समय कोहराम मच गया (At that time there was chaos in the happiness of the marriage ceremony) जब दुल्हन फरार (Bride absconded) हो गई। हालांकि लड़के वालों को जब इस बात का पता चला तो उन्होंने आनन-फानन में सर्च अभियान चलाकर आधी रात को लुटेरी दुल्हन (Robber bride) और उसके भाई को पकड़ लिया। इस बीच इस दुल्हन का आशिक भी पकड़ा (Bride’s lover also caught) गया। परिजनों ने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। लुटेरी दुल्हन का पिता फरार हो गया है। उसकी मां बीमारी का बहाना कर अस्पताल में भर्ती हो गई।
जानकारी के अनुसार चित्तौड़गढ़ के पावटा चौक के रहने वाले राजेंद्र चपलोत की शादी झालरापाटन की रहने वाली अंकिता के साथ तय हुई थी। 5 मई तक सब कुछ ठीक था। लेकिन 5 मई की देर रात को अंकिता के पिता और उसके परिजन किसी बात पर नाराज होकर वहां से जाने लगे।
विवाद की चर्चा सुनकर दूल्हा राजेंद्र वहां पहुंचा, लेकिन तब तक लुटेरी दुल्हन अंकिता, उसके पिता, उसका एक भाई और उसकी भाभी चित्तौड़गढ़ से निकल चुके थे। बाद में आधी रात को दुल्हन अंकिता और उसके भाई को पकड़ लिया गया।
सूत्रों ने बताया कि अंकिता और राजेंद्र का विवाह एक बिचौलिये के माध्यम से तय हुआ था। उसमें रुपये का भारी लेनदेन हुआ था। शादी के लिए काफी पैसा अंकिता के परिजनों को दिया भी जा चुका था। दुल्हन के परिजनों के साथ एक युवक ड्राइवर के तौर पर उनके साथ आया था। उसे लेकर दूल्हे के परिजनों का दुल्हन के घर वालों से विवाद हो गया, बाद में पता चला कि वह अंकिता का प्रेमी है।
दूल्हे राजेन्द्र की मां गायत्री देवी के अनुसार शादी का माहौल था। सभी तैयारियां भी पूरी कर ली गई थी। रिश्तेदार भी शादी में शामिल होने के लिए पहुंच गए थे। हल्दी, मेहंदी और महिला संगीत का आयोजन हो चुका था। बस फेरे और उसके बाद रिसेप्शन की तैयारी थी।
इसी बीच यह घटनाक्रम हो गया और शादी की सभी तैयारियां धरी की धरी रह गई। लुटेरी दुल्हन की आशिकी के कारण अब शादी निरस्त हो गई है। उसके बाद से मेहमान वापस लौटने लग गए हैं और विवाह स्थल पर सन्नाटा पसर गया।
इस पूरे घटनाक्रम से आहत होकर दूल्हे राजेन्द्र के पिता सुरेश ने पुलिस को रिपोर्ट दी है। उन्होंने बेटे की शादी के नाम पर हुई धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है। उसके आधार पर पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। दूल्हे के परिजनों के मुताबिक अगर समय पर उन्हें पता नहीं लगता तो उनकी जान-माल को भी खतरा हो सकता था। फिलहाल, दूल्हे राजेन्द्र के सपनों पर लुटेरी दुल्हन अंकिता ने पानी फेर दिया और दूल्हा बिन दुल्हन के रह गया।