बाड़मेर। जोधपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (JVVNL) का बाड़मेर में एक बड़ा घोटाला (A big scam in Barmer) सामने आया है। जिसमें डिस्कॉम के अधिकारियों व कर्मचारियों ने कॉलोनाइजर से बड़ी रिश्वत (Big bribe from colonizer) लेकर 15 हजार की डिमांड जमा (15 thousand demand deposit) करवाकर 47 लाख रुपए का काम (47 lakh rupees work) कर दिया। इस मामले के खुलासे के बाद नीचे से लेकर ऊपर के अधिकारियों के शामिल होने के चलते मामले को दबाने के प्रयास चल रहा हैं।
बाड़मेर डिस्कॉम (Barmer Discom) के सिटी-2 फीडर में एक कॉलोनाइजर (colonizer) द्वारा 25 बीघा जमीन में सिर्फ एक प्लॉट का शपथ पत्र देकर विद्युत कनेक्शन के लिए आवेदन (Application for Electricity Connection) किया और जेईएन ने बड़ी रिश्वत लेकर अवैध कॉलोनी में विद्युतीकरण करने को लेकर 16 जनवरी को 15140 रुपये का डिमांड जमा करवाकर, स्टोर से 50 से ज्यादा विद्युत पोल निकालकर कार्य शुरू कर दिया। जब इस मामले की जानकारी 31 मार्च को सेवानिवृत्त हो रहे सहायक अभियंता को लगी तो 22 मार्च को उन्होनें अधीक्षण अभियंता को एक पत्र लिखकर सामान एवं काम रुकवा दिया। इसके बाद 23 मार्च को आनन-फानन जेईएन द्वारा 4723550 रुपये का संसोधित डिमांड एस्टीमेट बनाकर डिमांड नोट जारी करते जमा करवाने को कहा गया, लेकिन कॉलोनाइजर द्वारा इतनी बड़ी राशि भरने से इनकार कर दिया।
कॉलोनाइजर द्वारा किये आवेदन में जमीन पर अपना पक्का मकान एवं निवास बताया गया है जिसमें उसने नियमानुसार लाइट फिटिंग IER-1956 एंव इलेक्ट्रिसिटी रूल 2005 के तहत परीक्षण भी करवाने का शपथ पत्र पेश किया। लेकिन बड़ी बात की जब मौके पर कोई निर्माण ही नही है तो लाइट फिटिंग कहा करवाई और परीक्षण किसका करवाया और नियमों के अनुसार विद्युत कनेक्शन देने के लिए स्थानीय सरपंच पार्षद पटवारी या ग्रामसेवक से अनापत्ति प्रमाण पत्र लगाना अनिवार्य होता है। लेकिन कॉलोनाइजर द्वारा कोई अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं दिया गया है बावजूद इसके डिस्कॉम द्वारा पूरी कॉलोनी में विद्युतीकरण का काम शुरू (Electrification work started in the entire colony) कर दिया।
इस पूरे मामले में विद्युत कनेक्शन के आवेदन से लेकर जारी समस्त पत्रावली में सहायक अभियंता के हस्ताक्षर तक नहीं है ऐसे में बड़ा सवाल उठता है कि क्या सहायक अभियंता की जानकारी के बिना स्टोर से इतनी बड़ी संख्या में पोल उठा लिए गए एवं रातों-रात कॉलोनी में विद्युतीकरण का कार्य कर दिया गया।
मामले के खुलासे के बाद बाड़मेर संभाग के मुख्य अभियंता ने पूरे मामले में कमेटी गठित कर जांच करने के आदेश दिए है। ऐसे में बताया जा रहा है कि जांच कमेटी द्वारा जांच पूर्ण कर ली गई है, इस मामले में सिटी-2 एक कनिष्ठ अभियंता के साथ उच्चाधिकारियों की भूमिका भी संदिग्ध नजर आ रही है। ऐसे में अपने अधीनस्थ कार्मिकों को इकठ्ठा कर कार्य के बहिष्कार व हड़ताल की चेतावनी देकर मुख्य अभियंता एवं जांच कमेटी पर दबाव बनाने की कोशिश की जा रही है।
कार्रवाई की अनुशंसा की गई
नरेंद्र कुमार जोशी, मुख्य अभियंता जोधपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड बाड़मेर संभाग ने कहा कि मामले में गठित जांच कमेटी की रिपोर्ट आ गई है। जिसमें स्वीकृति जारी करने में अनियमितताएं सामने आई हैं। जिसे लेकर निगम कार्यालय जोधपर को कार्रवाई की अनुशंसा कर दी गई है, जल्द ही दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।