जयपुर। राजस्थान में कांग्रेस में जारी राजनीतिक खींचतान (Political tussle continues in Congress in Rajasthan) के बीच प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा अगले हफ्ते पार्टी के हर विधायक से अलग- अलग संवाद करेंगे। पार्टी प्रवक्ता ने शनिवार को यह जानकारी दी।
प्रवक्ता के अनुसार, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी रंधावा के साथ रहेंगे। इसके साथ ही कांग्रेस अगले हफ्ते यहां एक दिवसीय कार्यशाला (one day workshop) आयोजित करने जा रही है, जिसमें पार्टी के पदाधिकारी और विधायक सांसद हिस्सा लेंगे।
कांग्रेस प्रवक्ता ने जयपुर में बताया कि प्रदेश प्रभारी रंधावा कांग्रेस और उसका समर्थन कर रहे विधायकों से ‘वन टू वन’ संवाद (‘One to one’ dialogue with legislators) करेंगे। इसके लिए सोमवार, मंगलवार और बृहस्पतिवार का समय तय किया गया है। संवाद में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का भी रंधावा के साथ रहने का कार्यक्रम है।
तय कार्यक्रम के मुताबिक, यह संवाद संभागवार होगा। सोमवार 17 अप्रैल को अजमेर और जोधपुर संभाग के अजमेर, टोंक, नागौर, भीलवाड़ा, जोधपुर, जैसलमेर, बाड़मेर के विधायकों से संवाद होगा। अगले दिन मंगलवार को उदयपुर, कोटा और भरतपुर संभाग के विधायकों से संवाद किया जाएगा।
वहीं, 19 अप्रैल बुधवार को एक दिवसीय कार्यशाला रखी गई है, जिसमें पार्टी के एआईसीसी प्रतिनिधि और सदस्य, पीसीसी पदाधिकारी और सदस्य, सांसद और सांसद उम्मीदवार, पूर्व सांसद, पूर्व पीसीसी अध्यक्ष, पूर्व सीएलपी, मंत्री, विधायक और विधायक उम्मीदवार, पूर्व विधायक, डीसीसी अध्यक्ष, फ्रंटल संगठन (राज्य और जिला), विभाग और सेल अध्यक्ष पीसीसी, मंत्री, जिला प्रमुख, प्रधान, महापौर, सभापति, अध्यक्ष (स्थानीय निकाय) और ब्लोक अध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष सहित तमाम पदाधिकारी भाग लेंगे।
जबकि 20 अप्रैल को बीकानेर और जयपुर संभाग के विधायकों से संवाद किया जाएगा। राज्य की 200 सीटों वाली विधानसभा में कांग्रेस के इस समय 108 विधायक हैं। इसके अलावा, अनेक निर्दलीय व अन्य दलों के विधायक पार्टी का समर्थन कर रहे हैं।
राजस्थान में सत्तारूढ़ कांग्रेस यह सारी कवायद ऐसे समय में कर रही है, जब राज्य में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं। वहीं, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने पूर्ववर्ती वसुंधरा राजे के नेतृत्व वाली सरकार के कार्यकाल में हुए कथित भ्रष्टाचार के मामलों में, मौजूदा गहलोत सरकार द्वारा कार्रवाई नहीं किए जाने के विरोध में मंगलवार को जयपुर में एक दिवसीय अनशन किया था।