एकल पट्टा प्रकरण में बोले पूर्व विधायक गुंजल, UDH मंत्री धारीवाल को बर्खास्त करें मुख्यमंत्री

उन्होंने कहा कि भाजपा शासन में चली जांच में कुछ लोग जेल भी गए थे, परंतु सरकार बदलने के बाद पद का दुरुपयोग करते हुए एकल पट्टा प्रकरण में एफआर लगवा दी गई जिसे एसीबी की विशेष अदालत ने अस्वीकार करते हुए व मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस महानिदेशक ब्यूरो को निर्देश दिए हैं कि जांच एसपी से भी सक्षम स्तर के अधिकारी से कराई जाए जिससे स्थिति स्पष्ट हो सके। गुंजल ने कहा कि अपने आप को गांधीवादी कहने वाले व प्रदेश में भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात करने वाले मुख्यमंत्री यह बताएं कि सरकार के कैबिनेट मंत्री के खिलाफ एसपी, आईजी, डीआईजी क्या निष्पक्ष जांच कर सकते हैं?
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री तुरंत प्रभाव से मंत्री को बर्खास्त करें ताकि निष्पक्ष जांच हो सके। मंत्री की बर्खास्तगी के बिना पारदर्शी जांच की कोई संभावना नहीं है। जिस मंत्री पर भ्रष्टाचार का आरोप लग गया अब आज की तारीख में न्यायालय के आदेश के बाद मंत्री के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में जांच विचाराधीन है। जिस पर एसीबी की जांच विचाराधीन हो वह मंत्री कैसे रह सकता है। और मंत्री रहते हुए छोटे अधिकारी उनके खिलाफ पारदर्शी जांच भी कैसे कर सकते हैं।
वैसे भी अब मंत्री धारीवाल को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए। गुंजल ने मुख्यमंत्री से मंत्री धारीवाल का इस्तीफा नहीं लेने पर राज्यपाल से मंत्री को बर्खास्त करने की मांग की है ताकि जाँच प्रभावित ना हो।