'Coffee with Collector'-प्रेरणास्पद एवं सकारात्मक कार्यों के प्रोत्साहन के लिए जिला कलक्टर ने शुरू की ’कॉफी विद कलक्टर’ की अनूठी पहल

बूंदी। समाज हित के कार्याे में शामिल होकर आमजन में प्रेरणास्पद एवं सकारात्मक कार्यों से अन्य को प्रोत्साहित करने वाले व्यक्तियों का हौसला (encouragement of people) बढ़ाने के लिए जिला कलक्टर डॉ. रविन्द्र गोस्वामी ने अनूठी पहल (District Collector Dr. Ravindra Goswami took a unique initiative) शुरू की है। इस पहल को नाम दिया गया है ‘कॉफी विद कलक्टर’ ('Coffee with Collector') । इसके तहत समाज उपयोग कार्य कर अन्य लोंगों को प्रेरणा देने वाली व्यक्तियों एवं संस्थाओं के साथ जिला कलक्टर हर शुक्रवार को रूबरू होंगे।
‘कॉफी विद कलक्टर’ की पहल की शुरूआत जिला कलक्टर डॉ. रविन्द्र गोस्वामी ने सोमवार को अपने कक्ष में नैनवां में श्रीगणेश वाटिका विकास समिति द्वारा किए गए समाजहित के कार्य में शामिल समिति के सदस्यों के साथ की। समिति के सदस्यों ने जिला कलक्टर के साथ अनुभव साझा किए, तो उन्होनें भी इस कार्य का दायरा बढ़ाने के लिए उनकी हौसला अफजाई की।
पेड़ लगाना आसान, उन्हें बचाकर बड़ा करना बड़ी बात
जिला कलक्टर ने कहा कि पेड़ लगाना आसान है, लेकिन उन्हें बचाकर बड़ा करना बड़ी बात है। समिति ने सदस्यों ने प्रकृति के प्रति अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाते हुए समाज को भी ऐसी मुहिम से जुड़ने के लिए प्रेरित किया है। उन्होंने कहा कि वह स्वयं भी नैनवां की वाटिका का अवलोकन करेंगे।
‘कॉफी विद कलक्टर’ में शामिल किसान गोपाल सैनी और जगदीश सैनी जब जिला कलक्टर को बताया कि वह गुलाब की खेती का कार्य करते हैं, तो इस पर उन्होंने कहा कि गुलाब के साथ ही उन्हें मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण दिलाने की व्यवस्था कराई जाएगी।
बेहतरीन बूंदी अभियान में शामिल होने के लिए किया प्रेरित
जिला कलक्टर ने समिति सदस्यों से बूंदी जिले में चलाई जा रही ‘ बेहतरीन बूंदी’ अभियान से जुड़ने पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि समिति सदस्य समूह बनाकर अपने क्षेत्र में अभियान को गति दें, ताकि जिले को स्वच्छ बनाने का संकल्प पूरा हो सके।
लोग जुड़ते गए कारवां बढ़ता गया
वर्ष 2013 में अपने मित्र कर्मवीर सिंह सोलंकी की स्मृति में पंाच पौधे लगाकर श्री गणेश वाटिका का निर्माण शुरू किया था। इसमें लोग जुड़ते गए और करवां बढ़ता है। समिति के अरविंद शर्मा अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि वर्तमान में वाटिका पूरी तरह विकसित हो चुकी है। इसमें लगभग 125 पौधे नीम, कल्पवृक्ष, पारस पीपल, बरगद, पीपल, गूगल गुल्लर गुलमोहर आदि के लगे है। अपने कार्य का दायरा बढ़ाते हुए समिति ने अब रिद्दी सिद्दी वाटिका का निर्माण भी शुरू किया है। समिति पेड़ पौधों के साथ साथ नियमित रूप से पक्षियों को दाना पानी एवं लावारिस पशुओं के लिए चारे पानी की व्यवस्था भी करती है। साथ ही समय समय पर सामाजिक दायित्वों के निर्वहन में भी आगे बढ़कर सहयोग करती है।
यह रहे ‘कॉफी विद कलक्टर’ में शामिल
अरविंद शर्मा, मिथलेश, रमेश सेन, सूरज कारपेंटर, दामोदर नागर, सीताराम चौधरी, राजू सैनी, सुरेन्द्र यादव, किशन लाल माली, जगदीश माली, बाबू माली, पंकज सुमन, पुष्पेन्द्र शर्मा, आमीन खान, बंशी माली एवं हनुमान माली पहले ’ कॉफी विद कलक्टर’ कार्यक्रम में शामिल हुए।