CM ने जोधपुर में हुई घटना की उच्च स्तरीय समीक्षा, साम्प्रदायिक सौहार्द्र व शांति भंग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश
-गृह राज्यमंत्री की अगुवाई में उच्च स्तरीय दल को जोधपुर जाने के निर्देश

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) ने साम्प्रदायिक सद्भाव और भाईचारे (communal harmony and brotherhood) को नुकसान पहुंचाने वाली घटनाओं के लिए ज़िम्मेदार असामाजिक तत्वों की पहचान कर उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई के निर्देश (Identification of anti-social elements and instructions for strict action against them) दिए हैं। मुख्यमंत्री ने जोधपुर में हुई घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते (Chief Minister termed the incident in Jodhpur as unfortunate) हुए कहा कि प्रदेश में कहीं भी साम्प्रदायिक सौहार्द्र को प्रभावित करने वाली घटना से समाज में शांति एवं कानून व्यवस्था को क्षति पहुंचती है।
उन्होंने कहा कि अपराधी चाहे किसी धर्म, जाति या वर्ग का हो अपराध में उसकी संलिप्तता पाये जाने पर उसे बख्शा नहीं जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान में सभी समाज और धर्मों के लोग सभी त्योहारों को प्रेम और भाईचारे से मनाते आए हैं और विशेषकर जोधपुर अपनी अपनायत के लिए जाना जाता है। यह परंपरा बनी रहनी चाहिए। उन्होंने आमजन से शांति बनाए रखने की अपील की।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गृह राज्यमंत्री राजेन्द्र सिंह यादव, जोधपुर के प्रभारी मंत्री सुभाष गर्ग, अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह अभय कुमार, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) हवासिंह घुमरिया को हेलिकॉप्टर से तत्काल जोधपुर जाने के निर्देश दिए।
गहलोत ने मंगलवार को मुख्यमंत्री कार्यालय पर जोधपुर और हाल में हुई इस प्रकार की घटनाओं पर चिंता जाहिर करते हुए पुलिस और प्रशासन को शांति व्यवस्था बनाए रखने की दिशा में आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि थाना स्तर पर असामाजिक तत्वों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए। साथ ही, सोशल मीडिया पर भ्रामक संदेश फैलाने वाले तत्वों की पहचान कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए। उन्होंने जल्द ही प्रदेश के सभी थाना स्तर पर कम्यूनिटी लाइजन ग्रुप की बैठक आयोजित कर विभिन्न समुदायों के बीच शांति का माहौल कायम करने तथा कम्यूनिटी पुलिसिंग को बढ़ावा देने के निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य सचिव श्रीमती उषा शर्मा, अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह अभय कुमार, डीजी इंटेलीजेंस उमेश मिश्रा, एडीजी क्राइम आरपी मेहरड़ा, एडीजी कानून-व्यवस्था हवासिंह घुमरिया सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।