Rajasthan- राजस्थान में फसलों की कटाई के समय बारिश और ओलावृष्टि (Rain and Hailstorm) ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। प्रदेश में एक दर्जन से ज्यादा जिलों में किसानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है। रविवार को जयपुर ग्रामीण के बस्सी, चौमूं, कालाडेरा, शाहपुरा क्षेत्र में जमकर बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। इससे किसानों की फसले चौपट हो गई।
राजस्थान बीज निगम अध्यक्ष गुर्जर ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
किसानों को हुए भारी नुकसान पर एआईसीसी सचिव और राजस्थान बीज निगम के अध्यक्ष धीरज गुर्जर ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर तुरंत गिरदावरी करवाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि उम्मीद है सरकार किसानों को राहत देने का काम करेगी। एआईसीसी सचिव ने सीएम को पत्र लिखकर कहा है कि राजस्थान में भारी बारिश और ओलावृष्टि (Rain and Hailstorm) देखी गई है। इससे किसानों की फसलें चौपट हो गई हैं। ऐसे में सरकार से गुजारिश है कि वह कलेक्टरों को निर्देशित कर तत्काल गिरदावरी कराकर किसानों को मुआवजा दिलाने का काम करे। उम्मीद है कि सरकार किसानों को राहत देने के लिए तत्काल कदम उठाएगी।
इन जिलों में बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट
मौसम विभाग के जयपुर केंद्र ने एक ओर चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग ने प्रदेश के जयपुर, दौसा, अलवर, भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर, टोंक, बूंदी, कोटा, बारां, झालावाड़, सीकर, नागौर, बीकानेर, जैसलमेर, जोधपुर, पाली, अजमेर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, राजसमंद, सिरोही, उदयपुर, डूंगरपुर प्रतापगढ़, बाडमेर जिलों और आसपास के क्षेत्रों में बारिश या ओलावृष्टि (Rain and Hailstorm) की चेतावनी जारी की है। राज्य के दौसा, भरतपुर, करौली जिलों और आसपास के क्षेत्रों में भी तेज हवाओं के साथ बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
23 से 24 मार्च को फिर से बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग का कहना है कि 20 मार्च को भी जोधपुर और बीकानेर संभाग के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है। वहीं पूर्वी राजस्थान के उदयपुर, अजमेर, जयपुर, भरतपुर और कोटा संभाग के अधिकांश भागों में तेज हवाओं के साथ आंधी, बारिश और कहीं कहीं पर ओलावृष्टि (Rain and Hailstorm) की आशंका जताई है। मौसम विभाग का कहना है कि 21 से 22 मार्च को आंधी पानी की गतिविधियों में कमी जरूर देखी जाएगी, लेकिन छुटपुट स्थानों पर हल्की बारिश संभव है। यही नहीं 23 मार्च से एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है जिससे 23 से 24 मार्च को फिर से बारिश की गतिविधियां देखी जा सकती हैं।