जयपुर। राजस्थान में शराब के शौकीनों (Wine connoisseurs in Rajasthan) को इन दिनों अपनी जेब ज्यादा ढीली करनी पड़ रही है। नया वित्त वर्ष शुरू होते ही प्रदेश में शराब और बीयर की कीमतों में बढ़ोतरी (Increase in the prices of liquor and beer in the state) हो गई है। शराब की एक बोतल 10 रुपए से लेकर 60 रुपए तक महंगी हो गई है। जबकि बीयर के दाम प्रति बोतल 15 रुपए तक बढ़ गए हैं।
नई कीमतें 1 अप्रैल से हुई लागू
शराब की नई कीमतें आबकारी विभाग ने जारी की है। इस लिस्ट में शराब और बीयर की कीमतों में काफी बढ़ोतरी की गई है। 1 अप्रैल से नई बढ़ी हुई कीमतें लागू कर दी गई हैं।
राज्य सरकार ने भले ही अतिरिक्त आबकारी शुल्क हटा दिया हो लेकिन एक्स डिस्टलरी प्राइज (EDP) प्रति कार्टन 40 रुपए बढ़ा दिए हैं। जब ईडीपी बढ़ी तो शराब और बीयर निर्माता कंपनियों ने शराब और बीयर के दाम बढ़ा दिए।
शराब और बीयर की MRP (अधिकतम खुदरा मूल्य) आबकारी विभाग तय करता है। कंपनियों द्वारा बढ़ी हुई रेट का प्रस्ताव विभाग को भेजा था। ईडीपी में बढ़ोतरी के बाद आबकारी विभाग ने शराब कंपनियों की ओर से भेजे गए प्रस्ताव पर चर्चा की।
बीयर 15 रुपए, शराब 60 रुपए तक महंगी
प्रस्ताव पर चर्चा के बाद में शराब और बीयर की नई रेट लिस्ट जारी की। इस लिस्ट में बीयर कीमतों में 10 से 15 रुपए और शराब की कीमतों में 60 रुपए तक की बढ़ोतरी की गई है।
नए ठेकों के बजाय पुराने लाइसेंस किये रिन्यू
इस साल सरकार ने शराब की दुकानों के लिए नए लाइसेंस जारी नहीं किए। ऐसे में प्रदेश में कोई नए ठेके नहीं खुले। पुराने लाइसेंस को ही सरकार ने आगामी एक वर्ष के लिए रिन्यू कर दिया है। प्रदेश में शराब बिक्री की कुल 7665 दुकानें हैं। इन सभी के लाइसेंस रिन्यू कर दिए गए हैं। इनमें से 1100 दुकानें ऐसी हैं जो पिछले साल से अब तक किसी ने नहीं ली। इसका कारण यह है कि आबकारी विभाग शराब बिक्री का टारगेट देता है। टारगेट से कम शराब बेची जाती है तो लाइसेंस धारक पर भारी पेनल्टी लगाई जाती है। शराब की दुकानों की कीमतें भी करोड़ों रुपए में होती है। ऐसे में 1100 दुकानें पिछले साल किसी ने नहीं खरीदी। इस साल भी ये दुकानें खाली हैं।