जोधपुर। राजस्थान के जोधपुर जिले में एक अनूठे निकाह का मामला (unique marriage ceremony) सामने आया है। जिसमें ना बरात गई और ना बजा बैंड बाजा (Neither the baraat went nor the band played)। चुंकि पाकिस्तान की युवती ने भारत के एक युवक से वीडियो कॉन्फ्रेसिंग (VC) के जरिये निकाह किया। निकाह के तीन माह बाद अब भारत का वीजा मिलने पर वह ससुराल आएगी।
वैसे तो आजकल तो लड़का-लड़की सगाई के समय ही एक दूसरे से मुलाकात कर लेते हैं। फिर शादी की रस्में पुरी होने के साथ ही दुल्हन ससुराल भी पहुंच जाती है। लेकिन यहां ऐसा बिल्कुल नहीं हुआ, शादी के तीन माह बाद तक दुल्हन ने एक बार भी अपनी ससुराल का दिदार नहीं किया है। वजह है दुल्हन पाकिस्तान की है जबकि दुल्हा राजस्थान के जोधपुर का है।
दरअसल, पाकिस्तान की उरूज फातिमा का भारत के राजस्थान प्रदेश के जोधपुर क रहने वालेे मुज्जमिल से शादी हुई है। दोनों ने ऑनलाइन निकाह किया है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (video conferencing) पर दोनों ने निकाह कबूल किया (Accepted the marriage) और वीजा नहीं मिलने से दुल्हन का पाकिस्तान से अपने ससुराल राजस्थान पहुंचना अटक गया।
जानकारी के अनुसार सिविल कांट्रेक्टर भाले खान मेहर के पोते मुज्जमिल खान का निकाह 2 जनवरी 2023 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर ऑनलाइन पाकिस्तान के मीरखास की युवती उरूज फातिमा से हुआ। इस अनूठे निकाह में न बारात गई और न ही बैंडबाजा।
दूल्हा अपने परिवार और मित्रों के साथ जोधपुर में स्क्रीन सामने बैठा और उधर, दुल्हन अपने परिवार के साथ पाकिस्तान में बैठी। निकाह की सारी रस्में ऑनलाइन हुई। निकाह होने के बाद रजिस्ट्रेशन की काईवाई के बाद दुल्हन ने वीजा के लिए आवेदन किया।
मीडिया से बातचीत में भाले खान मेहर ने बताया कि सप्ताह भर पहले वीजा मिला गया है। अब दुल्हन ईद के बाद वाघा बॉर्डर से जोधपुर अपने ससुराल पहुंचेगी।
बता दें कि जोधपुर भारत-पाकिस्तान सीमा पर स्थित है। ऐसे में जोधपुर के कई परिवारों की पाकिस्तान में रिश्तेदारी है। पुलवामा हमले से पहले तो भारत पाकिस्तान के बीच थार एक्सप्रेस चलती थी, जो जोधपुर से रवाना होती थी। ऐसे में दोनों देशों के लोगों को रिश्तेदारी में आने-जाने में आसानी होती थी। अब वाघा बॉर्डर से आवागमन हो रहा है।