जयपुर। Rajasthan- राजस्थान में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा के चुनाव (Assembly Elections) के लिए कांग्रेस- बीजेपी (Congress, BJP) और अन्य पार्टियों को मजबूत कैंडिडेट्स की तलाश (Looking for strong candidates) है, जो जिताऊ और टिकाऊ साबित हो सकें। ऐसे में कई मौजूदा और रिटायर्ड ब्यूरोक्रेट्स (Current and retired bureaucrats) भी इस चुनावी समर में कूदने के लिए हाथ पैर मार रहे हैं। दर्जन भर से ज्यादा IAS और IPS सेवा के मौजूदा और रिटायर्ड अधिकारी राजनीति की चाहत संजोकर विधानसभा चुनाव में दावेदारी ठोक रहे हैं।
राजस्थान विधानसभा चुनाव में करीब 6 महीने का वक्त बचा है। मौजूदा विधायकों, पूर्व विधायकों, विधायक प्रत्याशियों, सांसदों, पूर्व सांसदों और राजनेताओं के अलावा दर्जनभर से ज्यादा ब्यूरोक्रेट्स भी टिकट की आस लगाकर चुनावी तैयारियों में जुटे हैं।
बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों में टिकट दावेदारी के लिए ब्यूरोक्रेट्स ने लॉबिंग करना (Bureaucrats lobbying for ticket claims) और टिकट दिलाने में सक्षम कद्दावर नेताओं के यहां हाजिरी लगाना तेज कर दिया है। पार्टी संगठन में बायोडेटा देने का सिलसिला बढ़ गया है। तमाम सियासी समीकरण और जीत के दावे इन बायोडेटा में पेश किए जा रहे हैं।
ये IAS अफसर कर रहे टिकट की दावेदारी–
आगामी चुनाव में भाग्य अज़माने के लिए निरंजन आर्य पूर्व मुख्य सचिव राजस्थान सोजत सीट से, चंद्रमोहन मीणा पूर्व अतिरिक्त मुख्य सचिव बस्सी सीट पर, लालचंद असवाल आईएएस टोंक या दौसा सीट पर, अशफाक हुसैन आईएएस झुंझुनू सीट से, हनुमान सिंह भाटी पूर्व संभागीय आयुक्त पुष्कर सीट से, केसी वर्मा पूर्व जयपुर संभागीय आयुक्त निवाई सीट पर, ओमप्रकाश सैनी पूर्व अतिरिक्त मुख्य सचिव भरतपुर या अलवर सीट पर प्रयासरत् है।
ये IPS अफसर ठोक रहे विधानसभा चुनाव में दावेदारी-
आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर महेंद्र चौधरी पूर्व आईपीएस बाड़मेर सीट, विजेंद्र सिंह झाला पूर्व ट्रैफिक एसपी बिलाड़ा सीट पर, अनिल गोठवाल पूर्व आईपीएस चाकसू सीट से, सतवीर सिंह पूर्व आईपीएस अलवर सीट से, हरिप्रसाद शर्मा पूर्व आईपीएस और कर्मचारी चयन बोर्ड अध्यक्ष फुलेरा सीट पर, मदन लाल मेघवाल पूर्व आईपीएस, बीकानेर से चुनाव लड़ने को आतुर है।
एमपी के DG होमगार्ड और यूपी के पूर्व DGP भी राजस्थान से चुनाव लड़ने की तैयारी में-
उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी और एनकाउंटर स्पेशलिस्ट रहे गोपाललाल मीणा इस बार जयपुर के जमवारामगढ़ से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने के लिए टिकट की दावेदारी कर रहे हैं। गोपाललाल मीणा ने योगी सरकार में पांच साल डीजीपी रहकर 200 से ज्यादा एनकाउंटर किए हैं। वह एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के रूप में जाने जाते हैं। 36 साल का इनका बेदाग कैरियर रहा है। गोपाललाल मीणा ने बनारस में जबरदस्त काम किया था, इनका गांव राजस्थान में चिताणु कलां है। जहां पर वह छुट्टियों में आते रहे हैं। इनकी पत्नी सोनिया गांव की निर्विरोध सरपंच हैं। इसी तरह मध्यप्रदेश के डीजी होमगार्ड पवन कुमार जैन धौलपुर के राजाखेड़ा से चुनाव लड़ना चाहते हैं। उनका कहना है कि यहां मेरा परिवार 25 साल से क्षेत्र में जनता की सेवा में जुटा है और अभी केवल तीन महीने का कार्यकाल बाकी बचा है। कार्यकाल के बाद क्षेत्र में चुनाव लड़ने की इच्छा है।
प्रदेश में चार मौजूदा विधायक हैं रिटायर्ड ब्यूरोक्रेट्स-
प्रदेश में चार मौजूदा विधायक है, जिनमें हरीश चंद्र मीणा पूर्व डीजीपी राजस्थान, देवली-उनियारा सीट से, जेपी चंदेलिया पूर्व संभागीय आयुक्त पिलानी सीट से, लक्ष्मण मीणा पूर्व आईपीएस बस्सी सीट पर, ओम प्रकाश हुड़ला पूर्व इनकम टैक्स ऑफिसर महवा सीट से विधायक है।