तेजपुर। मणिपुर में गुरुवार की रात केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री आरके रंजन सिंह के घर पर भीड़ ने हमला (Union Minister of State for External Affairs RK Ranjan Singh’s house attacked by mob) कर दिया। घटना इंफाल ईस्ट में रात करीब 8-9 बजे हुई। प्रदर्शनकारियों ने भाजपा सांसद के घर पर पथराव शुरू कर दिया। सुरक्षा बलों ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए गोलियां चलाईं और आंसू गैस के गोले छोड़े। सुरक्षा बलों द्वारा तीन राउंड फायरिंग के बाद प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर किया गया।
इस बीच, अब तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। पता चला है कि अतीत में हुई हिंसा का कोई प्रभावी समाधान नहीं होने के कारण मेइती समुदाय के नेतृत्व वाली भीड़ ने उनका प्रतिनिधित्व कर रहे सांसद के आवास पर हमला कर दिया। उन्होंने केंद्र सरकार पर मुद्दे के समाधान पर ध्यान नहीं देने का भी आरोप लगाया।
प्रदर्शनकारियों ने मणिपुर के वन मंत्री बिस्वजीत सिंह के आवास पर एक साथ हमला करने की भी कोशिश की, लेकिन कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के कारण यह विफल रहा। कुछ राजनीतिक नेताओं ने दावा किया कि म्यांमार समर्थित कुकी उग्रवादी समूह हमले में शामिल थे।
बताया जा रहा है कि हमले के वक्त मंत्री आरके रंजन सिंह अपने घर में मौजूद थे। वह आज सुबह दिल्ली के लिए रवाना हुए। केंद्रीय मंत्री के घर पर हमले से पहले उन्होंने राज्यपाल अनुसुईया उइके से मुलाकात कर राज्य के हालात पर चर्चा की थी। गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुवाहाटी में कहा कि वह कुछ दिनों के बाद मंत्री से मिलेंगे। लेकिन उनकी घोषणा के चंद घंटों के बाद ही राज्य में यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी।
गौरतलब है कि 3 मई को आदिवासी छात्र संघ ने मणिपुर के चुराचंदपुर में मेइती समुदाय को आदिवासी का दर्जा देने को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था और बाद में यह हिंसक हो गया था। मणिपुर में करीब 25,000 लोग बेघर हो गए और हिंसा में 71 लोगों की जान चली गई जबकि 231 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
सीएम एन बीरेन सिंह (CM N Biren Singh) ने बताया कि सत्तारूढ़ दल के विधायकों की एक टीम ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने और उन्हें मणिपुर की मौजूदा स्थिति से अवगत कराने के लिए गुवाहाटी गए थे। उन्होंने राज्य में हिंसा भड़काने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की केंद्रीय गृह मंत्री की प्रतिबद्धता को दोहराया।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि गृह मंत्री अमित शाह, राज्य की अपनी यात्रा के दौरान, विभिन्न वर्गों के लोगों से मिलेंगे और एक दीर्घकालिक समाधान प्राप्त करने के लिए जनता से बैठक में भाग लेने की अपील करेंगे। उन्होंने आम जनता से शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखने की भी अपील की ताकि केंद्रीय गृह मंत्री को राज्य की मौजूदा स्थिति से अवगत कराया जा सके।
उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता लोगों को सुरक्षित और सुरक्षित महसूस कराना है और राज्य के लोगों से शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए सरकार के प्रयास में विश्वास रखने का आग्रह किया। सिंह ने कहा, राज्य के विभिन्न इलाकों में सशस्त्र उग्रवादियों के खिलाफ अभियान चलाया गया। सभी वर्गों के लोगों के साथ शांति वार्ता करने का प्रयास किया जा रहा है और सरकार मणिपुर में मौजूदा स्थिति के मद्देनजर गठित विभिन्न शांति समितियों से मिल रही है।
उन्होंने आगे लोगों से किसी भी हिंसक गतिविधियों में शामिल होने से बचने और किसी भी गलत सूचना और अफवाहों पर विश्वास करने या फैलाने की अपील नहीं की, जो विभिन्न समुदायों के बीच तनाव पैदा कर सकता है। यह कहते हुए कि सरकार अपने प्रयासों में निष्पक्ष है, सीएम बीरेन सिंह ने कहा कि कुकी समुदाय द्वारा बसाए गए इंफाल के कुछ क्षेत्रों की सुरक्षा के लिए राज्य बलों के साथ-साथ अर्धसैनिक बलों को भी तैनात किया गया था।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, जो इस समय राज्य के दौरे पर हैं, विभिन्न नागरिक समाज संगठनों के साथ बैठक कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मंत्री कांगपोकपी, चुराचांदपुर और मोरेह जैसे स्थानों का दौरा करेंगे। अब तक 1,000 बंदूकों में से लगभग 495 बंदूकें वापस कर दी गई हैं, उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे सुरक्षा कर्मियों द्वारा तलाशी अभियान शुरू करने से पहले अपनी बंदूकें वापस कर दें।