जोधपुर। सूर्यनगरी जोधपुर में बस-ट्रक के बीच आमने-सामने की जोरदार भिड़ंत (Fierce face-to-face collision between bus and truck in Jodhpur) हुई। जिससे बस में आग (Bus Fire) भी लग गई। हादसे में 3 लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। जबकि 1 घायल ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तौड़ दिया। बस के केबिन में बैठी सवारियां बुरी तरह से फंस गईं।
यह हादसा दोपहर साढ़े 3 बजे के आसपास मथानिया इलाके में हुआ। सवारियों से भरी बस जोधपुर से चांडी की ओर जा रही थी। तभी मथानिया के पास सामने से आ रहे ट्रक से भीषण टक्कर हो गई। बस और ट्रक दोनों की स्पीड तेज थी । हादसे के बाद मौके पर लोगों की चीख-पुकार मच गई। स्थानीय गांव के लोगों ने सबसे पहले राहत बचाव कार्य शुरू किया। पुलिस और एम्बुलेंस को सूचना देकर बुलाया। हाईवे पर जा रहे लोगों ने अपनी गाड़ियां रोककर मदद कर और लोगों को बस से बाहर निकाला।
हादसे के बाद बस में लगी आग को भी लोगों ने ही बुझाया। जिससे मौतों की संख्या बढ़ने से रुकी। सड़क हादसे में 30 घायल हैं। जबकि 4 जनों की मौत हुई है जिनमें नरपत सिंह (75), भंवर लाल (24), किशना राम (38), तन सिंह (30) शामिल है।
जबकि हादसे में भूराराम (18), वीरेंद्र सियाग (25), बाबूराम (55), सवाई सिंह (32), रघुवीर सिंह (10), राधा (25), नरपत (26), तान सिंह, हीराराम (20), अचलाराम (32), निवास खान (28), झूमरलाल (60), भंवरी देवी (50), कमला (55), जसाराम (32), उम्मेद सिंह (42), सूरज कंवर (40), नेनू (4), कंचन कंवर (45), प्रियंका (25), जसकी (22), जोगाराम (65), सुनिता (40) समेत 24 घायल हुए हैं।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जोधपुर-मथानिया बाईपास सड़क दुर्घटना में अब तक 4 लोगों की मौत पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने कहा कि विपदा की इस घड़ी में राज्य सरकार शोकाकुल परिजनों के साथ है। उन्होंने ईश्वर से दिवंगतों की आत्मा की शांति और शोक में डूबे मृतकों के परिजनों को यह आघात सहन करने की शक्ति देने की प्रदान प्रार्थना की।

सीएम गहलोत घायलों से मिलने पहुंचे अस्पताल
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शुक्रवार शाम हादसे की खबर मिलने पर जोधपुर दौरे में अपना शेड्यूल बदलकर एयरपोर्ट से सीधा मथुरादास माथुर अस्पताल में जोधपुर-मथानिया सड़क दुर्घटना में घायल हुए लोगों से मिलने पहुंचे। यहां उन्होंने घायलों और उनके परिजनों से मुलाकात कर कुशलक्षेम पूछी। गहलोत ने चिकित्सको से बात कर घायलों के स्वास्थ्य की जानकारी ली और घायलों के पूरे इलाज के निर्देश दिए। पीसीसी चीफ और पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा, जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता समेत कई जनप्रतिनिधिगण और अधिकारी घायलों से मिलने एमडीएम अस्पताल पहुंचे। पहले उनका एयरपोर्ट से सीधे पश्चिमी राजस्थान उद्योग हस्तशिल्प उत्सव में जाने का कार्यक्रम था।
गहलोत ने घायलों से मिलने के बाद कहा कि उन्हें सहायता राशि उपलब्ध कराई जाएगी। इसमें मुख्यमंत्री सहायता कोष से मृतकों के आश्रितों को 2-2 लाख रुपए और घायलों को 1-1 लाख रुपए दिए जाएंगे।
गहलोत ने हादसे को दिल दहलाने वाला बताते हुए घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को सड़क दुर्घटनाओं की प्रभावी रोकथाम के लिए निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाएं होना दुर्भाग्यजनक और चिन्ता का विषय है। उन्होंने प्रदेश के लोगों को तेज स्पीड में वाहन नहीं चलाने और यातायात नियमों की पालना करने का भी आह्वान किया।