कोटा : कोचिंग सेक्टर में 4500 करोड़ का विदेशी निवेश, एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट और बोधि ट्री सिस्टम के बीच हुआ समझौता

कोटा। एजुकेशन के सेक्टर में कोटा (Kota in education sector) की कोचिंग इंडस्ट्री (coaching industry) की धाक पूरे देश में है। अब इसी में 4500 करोड़ रुपए का विदेशी निवेश (Foreign investment of Rs 4500 crore) किया गया है। रविवार को इस निवेश की आधिकारिक घोषणा भी निजी कोचिंग संस्थान और विदेशी फर्म ने की है। यह निवेश कोटा बेस्ट कोचिंग संस्थान एलन कॅरियर इंस्टिट्यूट में किया (Kota Best Coaching Institute done in Allen Career Institute) गया है। जिसे मीडिया मुगल रूपर्ट मर्डाेक के बेटे जेम्स मर्डाेक की फर्म लुपा सिस्टम्स और उदय शंकर की भारत में स्थापित की गई बोधि ट्री सिस्टम्स कंजूमर टेक्नोलॉजी ने निवेश किया है। एजुकेशन सेक्टर में यह एक बड़ा समझौता किया गया है।
इस समझौते के बाद कोचिंग संस्थान ने भारत के अलावा दुनिया के अन्य देशों के स्टूडेंट्स को डिजिटल माध्यम से शिक्षा उपलब्ध करवाने के और बेहतर अवसर उपलब्ध कराने का दावा किया है। शर्तों और अपेक्षित अनुमोदन के साथ वित्तीय लेन-देन के लिए तीन माह का समय रखा गया है। कोटा की कोचिंग संस्थान के 46 शहरों में 138 अध्ययन केंद्र हैं, जहां पर इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई-एडवांस्ड, जेईई-मेन्स, मेडिकल एंट्रेंस नीट-यूजी, केवीपीवाई, एनटीएसई और नेशनल-इंटरनेशनल ओलंपियाड की परीक्षा की तैयारी होती है। इंस्टिट्यूट में अब तक 25 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स तैयारी कर चुके हैं। बीते 11 सालों में एलन के 17 स्टूडेंट्स ने जेईई व नीट में ऑल इंडिया टॉप किया है।
वहीं, बोधि ट्री-सिस्टम्स लुपा नई स्थापित फर्म है, यह लूपा सिस्टम्स के संस्थापक एवं सीईओ जेम्स मर्डाेक और द वॉल्ट डिज़नी कंपनी एशिया पैसिफिक के पूर्व अध्यक्ष व स्टार व डिजनी इंडिया के पूर्व अध्यक्ष उदय शंकर ने स्थापित किया है। बोधि ट्री सिस्टम्स एलन को भविष्य के विश्व स्तरीय डिजिटल एजुकेशन बिजनस के रुप में तैयार करने में सहयोगी की भूमिका निभाएगा। कतर इनवेस्टमेंट अर्थाेरिटी (QIA) जो कि कतर राज्य का धन कोष है। बोधि ट्री सिस्टम्स के एक निवेशक है।
निजी कोचिंग के सह-संस्थापक और एलन के निदेशक डॉ.गोविंद माहेश्वरी ने कहा कि साझेदारी का यह निर्णय हमारे मूल्यों, सिद्धांतों और शिक्षा की गुणवत्ता के साथ संस्कारों को वैश्विक स्तर पर स्थापित करने में महत्वपूर्ण प्रयास साबित होगा। शिक्षा के माध्यम से सामाजिक बदलाव लाने की दिशा में यह समझौता बहुत उपयोगी है। नवगठित बोर्ड के चेयरमैन ब्रजेश माहेश्वरी ने कहा कि वर्तमान में देश-दुनिया में मौजूद एडटेक प्रोडक्ट्स स्टूडेंट्स की जरूरतों को पूरा नहीं कर पा रहे हैं। स्टूडेंट्स की समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है। जिसका नया समाधान उपलब्ध करवाएंगे, 2 टी-’टीचिंग’ और ’टेक्नोलॉजी’ न केवल तकनीकी रुप से सक्षम होंगे।