बूंदी। राजस्थान के बूंदी जिले की कानून व्यवस्था (Law and order) को बनाए रखने के लिए जिला कलेक्टर डॉ. रविन्द्र गोस्वामी (District Collector Dr. Ravindra Goswami) और पुलिस अधीक्षक जय यादव (Superintendent of Police Jai Yadav) की जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है। दरअसल, बूंदी जिले में विवाद के कई मामले सामने आए हैं। जहां दोनों अधिकारियों ने सामंजस्य से दिन रात मेहनत कर कानून व्यवस्था को बिगड़ने की बजाय मजबूत करने का काम किया है। जहां दोनों अधिकारियों को लगता है कि यहां कानून व्यवस्था बिगड़ने वाली है वहां खुद मोर्चा संभाल लेते हैं और दिन-रात मॉनिटरिंग कर बीच मझधार में फसी नावं को किनारे तक ले आते हैं। इन दोनों अधिकारियों के बीच आपसी तालमेल और लोगों से बातचीत करने का ढंग और इनके नवाचार अन्य अधिकारियों से अलग है।
जिला कलक्टर के 5 नवाचार सफलता की ओर
जानकारी के मुताबिक जिला कलेक्टर डॉ. रविंद्र गोस्वामी को बूंदी का चार्ज संभाले मात्र 9 महीने हुए हैं, वह जुलाई 2022 से बूंदी जिले में पद स्थापित है। इस दौरान उन्होंने कॉफी विद कलेक्टर (Coffee with collector) के नाम से एक नवाचार शुरू किया जिसमें सामाजिक क्षेत्रों में काम करने वाली विभिन्न संस्थाओं और व्यक्तियों से चर्चा कर कई नवाचार किए हैं जिससे समाज को एक नई दिशा मिल सके। वही बेहतरीन बूंदी (Best boondi) के नाम से एक अभियान शुरू किया है जिसके तहत बूंदी शहर सहित संपूर्ण जिले को स्वच्छ और साफ सुथरा बनाने के लिए व्यापक स्तर पर साफ-सफाई करवाई जा रही है। साथ ही पर्यटन के क्षेत्र में कई कार्य किए जा रहे हैं। जिला कलेक्टर का मानना है कि बूंदी जिले में टूरिज्म की काफी संभवनाए है, इसी सोच के साथ शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने की दिशा में बेहतरीन बूंदी अभियान संचालित किया जा रहा है। जिले में मिशन कायाकल्प (Mission Rejuvenation) के नाम से भी अभियान शुरू किया गया है, जिसमें सभी राजकीय कार्यालय एवं बिल्डिंगों को रंग रोगन व पेंटिंग से सुसज्जित किया जा रहा है। मिशन मानस (Mission Manas) अभियान के तहत स्कूली बच्चों को तनाव और अवसाद से दूर रखने के लिए इसकी शुरुआत की है। वही प्रोजेक्ट सुलेख (Project calligraphy) भी लॉन्च किया गया है, जिसमें स्कूली छोटे बच्चों की लिखावट सुधारने के लिए बच्चों को मोटिवेट किया जा रहा है।
मानवता कि मिसाल है कलेक्टर डॉ. गोस्वामी
पिछले दिनों जिला कलेक्टर का पैर फैक्चर हो गया था, इसके बावजूद भी वह एक किसान की मौत की जानकारी मिलने पर अपने पैर का दर्द भूल उस किसान के घर जा पहुंचे और मृतक के परिजनों को ढांढस बंधाया। इसी प्रकार पिछले दिनों डॉक्टरों की हड़ताल के चलते अस्पताल में मरीजों को परेशानी होने की बात सामने आई तो वह खुद अस्पताल में जाकर मरीजों को देखने बैठ गए जहां उन्होने मरीजो को को परामर्श दिया।
डीजे पर पाबंदी को सभी समाजों ने सराहा
जिले के दोनों अधिकारियों ने मिलकर पिछले दिनों शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिहाज से धार्मिक आयोजनों में डीजे बजाने के लिए बैठक का आयोजन कर व्यापारियों सहित आमजन की सहमति से डीजे पर पाबंदी (Dj ban) लगा दी। जिसे सभी समाजों ने सराहते हुए कलेक्टर और एसपी का अभिनंदन किया। पिछले दिनों बूंदी दौरे पर आयी प्रमुख शासन सचिव उषा शर्मा भी इन दोनों अधिकारियों की कार्यशैली की प्रसंषा किए बिना रह ना सकी।
एसपी यादव के ऑपरेशन समानता, वीर हेल्प डेस्क और मिशन सुरक्षित बचपन, नवाचार बने मिसाल
वहीं, बात करें बूंदी जिला पुलिस अधीक्षक जय यादव की जिन्हे बूंदी में करीब 19 माह हो चुके है। जिन्होंने न केवल क्राइम पर कंट्रोल किया, बल्कि सामाजिक सौहार्द बनाने में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। एसपी जय यादव ने कई नवाचार किये, जिनमें ऑपरेशन समानता अभियान (Operation Samanta), सैनिकों और उनके परिजनों के लिए और वीर हेल्प डेस्क (Veer Help Desk) का शुभारंभ किया। इसके अलावा मिशन सुरक्षित बचपन (Mission Safe Childhood) भी जिले भर में जोर शोर से चल रहा है। ऑपरेशन समानता अभियान की प्रदेश सरकार ने भी प्रशंसा की और इसे प्रदेश भर में लागू करने की बात कही थी।
इन दोनों अधिकारियों की खासियत है कि यह किसी भी मामले पर नजर बनाए रखने व अधिकारियों से बातचीत करने के साथ ही खुद मोर्चा संभाल लेते हैं। यही वजह है कि स्थिति गंभीर होने से पहले शांति के माहौल में तब्दील हो जाती है।