भरतपुर। जिले के मथुरा गेट थाना पुलिस ने एक फर्जी आइएएस को पकड़ा (Fake IAS caught) है। फर्जी IAS भरतपुर में एक मकान में किराए पर रह रहा था और मकान मालिक को IAS का झांसा देकर उसकी लड़की से शादी करना चाह रहा था (wanted to marry a girl) , लेकिन जब मकान मालिक को शक हुआ तो उसने मथुरा गेट थाना पुलिस को इसकी शिकायत कर दी।
पुलिस जांच में पता लगा कि यह फर्जी IAS है, जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। 13 अप्रैल को बाबा साहब भीम राव अंबेडकर की जयंती के एक कार्यक्रम में जाटव समाज के नेता राजकुमार पप्पा ने कलेक्टर आलोक रंजन द्वारा फर्जी IAS को सम्मानित भी करवाया (Collector Alok Ranjan also got the fake IAS honored) था।
फर्जी IAS सुरजीत सिंह उम्र 27 साल धौलपुर जिले के बाड़ी थाना इलाके में खेमरी गांव का रहने वाला है। सुरजीत भरतपुर के एक मोहल्ले में करीब 2 महीने से किराए पर रह रहा था। 15 दिन पहले सुरजीत सिंह ने मकान मालिक को कहा कि, उसका आइएएस में चयन हो गया है और वह कलेक्टर बन गया है। जिसके बाद उसने मालिक मालिक को बताया कि वह उनकी लड़की से शादी करना चाहता है।
इसी दौरान 13 अप्रैल को मोहल्ले में बाबा साहब भीम राव अंबेडकर की जयंती पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। उस कार्यक्रम में UIT सचिव कमल राम मीणा, कलेक्टर आलोक रंजन, मेयर अभिजीत मौजूद थे। कार्यक्रम में कलेक्टर आलोक रंजन ने फर्जी IAS का स्वागत भी किया। जिसके बाद मकान मालिक को सुरजीत सिंह पर शक हुआ और उसने उसके चयन होने के कागजों के बारे में पूछा, लेकिन सुरजीत सिंह मकान मालिक को स्पष्ट जबाब नहीं दे पाया।
मकान मालिक का शक गहराता गया और उसने सुरजीत के गांव में पता करवाया तो सामने आया सुरजीत पूरी तरह फर्जी है। जिसके बाद मकान मालिक ने मथुरा गेट थाने में फर्जी आइएएस के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई और पुलिस ने मकान मालिक के घर से ही फर्जी IAS को गिरफ्तार कर लिया। मकान मालिक ने बताया कि, फर्जी आइएएस ने चयन होने का हवाला देकर उससे 2 लाख 75 हजर रुपये भी हड़प लिए, फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है।
पीड़ित ने आरोप लगाया था कि औरंगाबाद थाना रिफाइनरी के रहने वाले संजय ने खुद को आईएएस अफसर बताकर उनकी बेटी से शादी करना चाहता । युवती के पिता और युवती ने संजय पर कई गंभीर आरोप लगाए थे।
मुकदमा दर्ज होने के बाद से आरोपी संजय फरार था, पहले मामले की जांच एत्माद्दौला थाने की पुलिस कर रही थी लेकिन पीड़ित पक्ष ने इस पर असंतोष जताया था जिसके बाद इस केस को मंटोला थाने में ट्रांसफर कर दिया गया।
मंटोला पुलिस ने मामले की जांच की और आरोप सही पाए जाने के बाद आरोपी की तलाश शुरू कर दी। पुलिस ने दबिश देकर गाजियाबाद के आदित्य वर्ल्ड सिटी के फ्लैट नम्बर 531 सी से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।