Success Story, IAS Ravi Kumar Sihag – साधारण किसान परिवार में जन्मे और हिंदी मीडियम में अपनी पढ़ाई करने वाले रवि सिहाग (Ravi Sihag) ने सेल्फ स्टडी के दम पर तीसरी बार UPSC एग्जाम क्रैक किया है। यूपीएससी 2021 के सिविल सर्विस एग्जाम में 18वीं रैंक हासिल करने वाले रवि सहाग का श्रीगंगानगर जिले के श्रीविजयनगर तहसील के गांव 3 DHAM के एक साधारण किसान परिवार से है। अपनी तीन बड़ी बहनों के इकलौते और सबसे छोटे भाई के द्वारा तीसरी बार UPSC एग्जाम क्रेक करने पर परिवार में जबरदस्त खुशी और उत्साह का माहौल देखने को मिला।
रवि सिहाग के पिता राम कुमार सिहाग मात्र मैट्रिक पास है और किसानी करते हैं। तो वही रवि की माता विमला देवी भी सिर्फ 8 वीं पास है और घर गृहस्थी चलाती हैं। इसके साथ ही रवि की तीन बड़ी बहनें हैं। रवि सिहाग की सबसे बड़ी बहन पूनम हैं, मंझली बहन रविना सिहाग हैं जो श्रीगंगानगर जिले में ही अंग्रेजी विषय की शिक्षक हैं तो सबसे छोटी बहन कोमल सिहाग हैं जो आंगनबाड़ी सुपरवाइजर हैं।
रवि सिहाग ने कैसी की पढ़ाई
रवि सिहाग की बड़ी बहन रवीना सिहाग ने बताया कि रवि बचपन से ही पढ़ाई के प्रति समर्पित रहा और कम संसाधन होने के बावजूद अपनी पढ़ाई को नियमित रखा और अपने आत्मविश्वास को भी बनाए रखा। रवि सिहाग की सफलता का श्रेय उसके परिवार और माता-पिता को जाता है, जिन्होंने उसे हर फैसले में समर्थन दिया और कम संसाधन होने के बावजूद उसे हमेशा प्रोत्साहित किया। रवि सिहाग ने गांव के ही स्कूल से अपनी प्रारंभिक शिक्षा हिंदी मीडियम में पूरी की तो वहीं श्रीगंगानगर के अनूपगढ़ से उसने हिंदी माध्यम से ही BAपास किया। BA पास करने के बाद ही रवि सिहाग के द्वारा केवल कुछ महीने की ही कोचिंग दिल्ली में ली गई और उसके बाद रवि ने गंगानगर में रहकर ही सेल्फ स्टडी कर यूपीएससी एग्जाम को तीसरी बार क्रैक कर डाला और 18 वीं रैंक भी हासिल कर डाली।
इससे पहले रवि सिहाग UPSC 2018 और 2019 को भी क्रैक कर चुके थे। सिहाग की इस अप्रत्याशित सफलता से उत्साहित परिवार के सदस्यों का कहना है कि साधारण परिवार में जन्म लेने और अक्सर पिता को किसानी के कामों में आ रही तकलीफ जैसे कि समय पर सिंचाई पानी का नहीं मिलना, सिंचाई की बारी का पिट जाना, खाद बीज समय पर नहीं आना जैसी समस्याओं ने रवि सिहाग के मन में एक आईएएस अधिकारी बनने का बीज डाल दिया।
रवि सिहाग की बड़ी बहन रवीना सिहाग ने बताया कि अक्सर पिता को किसानी और खेती बाड़ी से संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए स्थानीय सरकारी कार्मिकों और अधिकारियों से मिलते जुलते देखा और तब ही उसे अहसास हो गया कि IAS बनने पर आप समाज के लिए बहुत कुछ कर सकेगा। इसके बाद रवि सिहाग ने श्रीगंगानगर के अनूपगढ़ से BA करने के बाद IAS बनने के लिए अपनी पढ़ाई जारी रखी और तीन बार यूपीएससी एग्जाम को क्रेक कर डाला।