राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत की मुश्किलें बढ़ सकती है (Gehlot’s problems may increase)। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के मानहानि का मामले (Gajendra Singh Shekhawat’s defamation case) पर गुरुवार को राउज एवन्यू कोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में अपनी जांच रिपोर्ट सौंप दी है। पुलिस ने गुरूवार को राउज एवेन्यू कोर्ट में रिपोर्ट दाखिल (Report filed in Rouse Avenue Court) की। कोर्ट ने रिपोर्ट को स्वीकार भी कर लिया है। अब इस मामले में अगली सुनवाई 1 जून को (Next hearing on June 1) होगी।
दिल्ली पुलिस द्वारा दाखिल की गई रिपोर्ट के आधार पर कोर्ट तय करेगा कि केंद्रीय मंत्री की मानहानि की शिकायत पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को समन जारी किया जाए या नहीं। इसको लेकर एक जून को कोर्ट का फैसला आ सकता है। उल्लेखनीय है कि इस मामले की पिछली सुनवाई के दौरान कोर्ट ने दिल्ली पुलिस के ज्वाइंट कमिश्नर को निर्देश दिया था कि वह मामले की जांच कर रिपोर्ट दाखिल करें। कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को तीन बिंदुओं पर जांच करने का निर्देश दिया था।
इन बिंदुओं पर दिया था जांच का निर्देश
क्या मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शिकायतकर्ता गजेन्द्र सिंह शेखावत को आरोपी कहकर संबोधित किया? क्या अशोक गहलोत ने कहा कि गजेंद्र सिंह शेखावत पर संजीवनी घोटाले में आरोप साबित हुआ? क्या संजीवनी घोटाले मामले में गजेन्द्र सिंह शेखावत या उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ जांच चल रही है या फिर आरोपी हैं? इसी को लेकर दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में रिपोर्ट दाखिल की है। बता दें कि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मामला दर्ज किया था।
शेखावत ने दर्ज कराया केस
मुख्यमंत्री गहलोत पर आरोप है कि 950 करोड़ रुपये से ज्यादा के संजीवनी कोऑपरेटिव सोसायटी घोटाले में उन्होंने गजेंद्र सिंह शेखावत व उनके परिवार नाम घसीटा है। केंद्रीय मंत्री ने कहा था कि मेरी दिवंगत मां को भी अभियुक्त कहकर अपमान किया। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सीएम गहलोत के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।