दौसा। राजस्थान पुलिस ने सेक्सटॉर्शन के जरिए ठगी (Duped by sextortion) करने वाले एक साइबर ठग को गिरफ्तार (Cyber thug arrested) करने में सफलता अर्जित कि है। पुलिस ने उसके पास से 5 अलग-अलग बैंकों व लोगों के एटीएम कार्ड, एक क्यूआर कोड स्कैनर (ATM cards of 5 different banks and individuals, a QR code scanner) और एटीएम से निकाले गए साइबर ठगी के 3.50 लाख रुपये बरामद (Rs 3.50 lakh recovered from cyber fraud withdrawn from ATM) किए हैं। दरअसल, मामला दौसा जिले के बांदीकुई थाना क्षेत्र का है। पुलिस ने सूचना पर ठग को उस समय गिरफ्तार किया, जब वह देर रात एटीएम से सेक्सटॉर्शन से अर्जित ठगी की रकम निकाल रहा था।
मामले की जानकारी देते हुए एसपी संजीव नैन ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी पूरण सिंह मीना पुत्र धर्म सिंह मीना (23) गढ हिम्मतसिंह पुलिस थाना मंडावर जिला दौसा का रहने वाला है। कॉन्स्टेबल नेमीचंद की सूचना पर थाना बांदीकुई पुलिस द्वारा यह कार्रवाई की है।
उन्होंने बताया कि कोट महवा और मेवात की तरफ रहने वाले कुछ लोगों से ठगी कर अपने बैंक अकाउंट में पैसा ट्रांसफर करवाकर नगद पैसा निकालने की जानकारी मिली थी। बांदीकुई क्षेत्र में एटीएम मशीन से इन युवकों द्वारा पैसे निकालने जाने के इनपुट पर एएसपी लालचंद कयाल, सीओ उदय सिंह मीणा व एसएचओ नरेश चंद्र शर्मा के नेतृत्व में टीम गठित कर बैंक और एटीएम बूथ के पास निगरानी रखी गई। गश्त के दौरान रात 12 बजे बाद एक युवक सिकंदरा रोड स्थित एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक के एटीएम (AU Small Finance Bank ATM) के सामने खड़ा दिखाई दिया, पुलिस को देखकर आरोपी ने भागने का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हो सका।
लोगों को गुमराह कर करते ठगी
एसपी संजीव नैन ने बताया कि आरोपी को डिटेन करने के बाद पूछताछ की तो उसने पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया। तलाशी में मिले 5 एटीएम कार्ड, क्यू आर कोड स्कैनर और रकम के बारे में सख्ती से पूछताछ की तो उसने सेक्सटॉर्शन की रकम होना बताया। ठग अनपढ़-बेरोजगार लोगो को लालच देकर सिम प्राप्त कर बैंक खाते खुलवाते, उनके नाम से जारी सिम से व्हाट्सएप चालू कर लेते हैं और लालच देकर उन्हीं के व्यक्तिगत डाटा से विभिन्न बैंकों में खाता खुलवा एटीएम और चेक बुक अपने पास रखते थे।
महिला की डीपी लगा फंसाते है शिकार
साइबर ठग द्वारा लोगो को लालच देकर प्राप्त की गई सिम से व्हाट्सएप अकाउंट बना उस पर महिला की डीपी (Girl DP) लगाते, ट्रूकॉलर पर भी लड़की का नाम ही प्रदर्शित करते, उसके बाद Hi, Hello भेजकर चैटिंग स्टार्ट की जाती। कुछ समय बाद वीडियो कॉलिंग कर अश्लील वीडियो बना वायरल (Porn video became viral by video calling) करने की धमकी देकर मोटी रकम की डिमांड करते थे। अधिकांश लोग डर के कारण इनके कहे अनुसार रकम ट्रांसफर करा देते थे।
क्या होता है सेक्सटॉर्शन
सेक्सटॉर्शन (sextortion) बहुत से लोगों के लिए एक नया शब्द हो सकता है, लेकिन इसका माया जाल तेजी से फैल रहा है। इसकी जद में आने वाले ज्यादातर लोग इस मामले को किसी भी तरह दबाने की कोशिश करते हैं। वहीं स्कैमर्स के लिए ये एक नया खुला मैदान है, जहां वे लोगों को फंसाकर उनसे पैसे वसूलने की चक्कर में पड़े हैं। अगर आप किसी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर हैं या फिर वॉट्सऐप जैसी इंस्टैंट मैसेजिंग सर्विस यूज करते हैं, तो Sextortion का शिकार हो सकते हैं। ये शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है, जिसमें एक सेक्स और दूसरे एक्सटॉर्शन है, जिसका मतलब होता है अश्लील फोटो वीडियो से ब्लैकमेल करके जबरन वसूली करना।
ऐसा नहीं है कि सेक्सटॉर्शन (sextortion) किसी एक प्लेटफॉर्म पर सीमित है। इस अपराध को कई तरह से अंजाम दिया जा रहा है। हालांकि, इन सबका मकसद साफ है कि यूजर्स से जबरन वसूली करना। इसके लिए क्रिमिनल्स आम लोगों को एक ब्यूटी और फ्रेंडशिप के जाल में फंसाने की कोशिश करते हैं, फिर ब्लैकमेल करते हैं।