बीजिंग, रायटर। शी जिनपिंग (Xi Jinping) आज एक बार फिर लगातार तीसरी बार चीन (China) के राष्ट्रपति चुने गए हैं। शी ने राष्ट्रपति के रूप में पांच साल का एक अभूतपूर्व तीसरा कार्यकाल हासिल किया। बता दे कि ये एक औपचारिक घोषणा मात्र थी क्योंकि शी जिनपिंग के खिलाफ कोई उम्मीदवार ही नहीं था। उन्होंने देश में माओत्से तुंग के बाद देश के सबसे शक्तिशाली नेता के रूप में भी अपनी पकड़ मजबूत कर ली है।
रबर-स्टैंप कहे जाने वाली चीन की संसद नेशनल पीपुल्स कांग्रेस (NPC) के लगभग 3,000 सदस्यों ने ग्रेट हॉल ऑफ द पीपल में शी जिनपिंग (Xi Jinping) को एक ऐसे चुनाव में राष्ट्रपति बनने के लिए सर्वसम्मति से वोट दिया, जहां कोई अन्य उम्मीदवार नहीं था।
शी जिनपिंग (Xi Jinping) के पक्ष में हुआ मतदान करीब एक घंटे तक चला और इलेक्ट्रॉनिक काउंटिंग करीब 15 मिनट में पूरी हुई। शी को देश के केंद्रीय सैन्य आयोग के अध्यक्ष के रूप में तीसरे कार्यकाल के लिए भी सर्वसम्मति से वोट मिले। जबकि संसद ने झाओ लेजी को नए संसद अध्यक्ष और हान झेंग को नए उपाध्यक्ष के रूप में चुना। दोनों व्यक्ति पोलित ब्यूरो स्थायी समिति में शी जिनपिंग की पार्टी के नेताओं की टीम से ही हैं।
गौरतलब है कि जिनपिंग ने साल 2018 में ही अपना तीसरे कार्यकाल का रास्ता खोल दिया था। जिनपिंग ने 2018 में ही राष्ट्रपति पद के कार्यकाल की सीमा को समाप्त कर दिया, जिससे एक और कार्यकाल के लिए मंच तैयार हो गया था। पिछले अक्टूबर में उनकी शक्ति पहले की तुलना में बढ़ा दी गई थी, जब उन्हें सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी की केंद्रीय समिति के महासचिव के रूप में एक और पांच साल के लिए फिर से नियुक्त किया गया था।
अगले दो दिनों में, शी जिनपिंग (Xi Jinping) द्वारा अनुमोदित अधिकारियों को कैबिनेट में शीर्ष पदों पर नियुक्त या निर्वाचित किया जाना तय है, जिसमें प्रीमियर-इन-वेटिंग ली कियांग भी शामिल हैं, जिन्हें चीन के नंबर 2 पद पर नामित किए जाने की संभावनाएं जताई जा रही है।