बारां। जिले के अंता कस्बे में पंडित की हत्या का सनसनीखेज मामले का सीसीटीवी फूटेज सामने (CCTV footage of the sensational case of Pandit’s murder surfaced) आने के बाद पुलिस एक्टिव हुई है। जिस मामले को करीब एक पखवाड़े से दुर्घटना समझ रहे थे दरअसल, हत्या का मामला निकलकर सामने आया (They thought it was an accident, in fact the case of murder came to the fore) है। इसके बाद पुलिस अधीक्षक राजकुमार चौधरी ने घटना स्थल पर पहुंचकर जायजा लिया है।
अंता निवासी पंडित राधेश्याम शर्मा की मौत के मामले में परिजनों ने करीब 7 दिन बाद सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हत्या का मामला दर्ज कराया है। पुलिस अब इस मामले की खोजबीन में जुट गई है। हालांकि जिस मकान में कैमरे लगे हुए है उसके सीसीटीवी फुटेज उठाए गए है, फुटेज स्पष्ट नहीं है। ये ही पुलिस के लिए बड़ी चुनौती साबित हो रहा है।
मामले को लेकर अन्ता थाना प्रभारी सीआई रामलक्ष्मण ने बताया कि पंडित राधेश्याम शर्मा 22 अप्रैल को शादी समारोह से फेरे करवाकर लौट रहे थे। इसी दौरान सामने से आ रहे बाइक सवार दो युवकों ने डंडे से उन पर हमला किया था। इससे उनका संतुलन बिगड़ गया और वह नीचे गिर गए।
आसपास के लोगों, पुलिस वैन के जवानों ने उन्हें देखा और गाड़ी में अस्पताल ले गए। गंभीर चोट को देखते हुए कोटा के लिए रैफर कर दिया। वहां के निजी अस्पताल में उनका इलाज करवाया जा रहा था जहां इलाज के दौरान 28 अप्रैल को दम तोड़ दिया। करीब 7 दिन तक उनके कोमा में रहने से पुलिस बयान भी दर्ज नहीं कर सकी।
मृतक के पुत्र दिनेश शर्मा ने बताया हम तो घटना को हादसा समझ रहे थे, लेकिन सिर पर लगी गंभीर चोट को देखते हुए अंतिम संस्कार के बाद जब हम घटनास्थल पर गए तो वहां समीप ही लगे सीसीटीवी की जांच की।
फुटेज को देखने के बाद पता लगा कि दो अज्ञात हमलावरों ने उनके पिता पर लोहे के सरिए अथवा डंडे से वार किया था। जिससे वे जमीन पर आ गिरे थे। फुटेज में दिखाई दिया कि मोटरसाइकिल से पंडित राधेश्याम शर्मा घर लौट रहे है। सामने से लाल रंग की बाइक पर दो युवक आ रहे थे। अचानक उन्होंने पिताजी के सिर पर वार किया। फुटेज के आधार पर मामले को हत्या का मानते हुए पुलिस जांच में जुटी है। वहीं घटनास्थल के फुटेज के अलावा भी अन्य जगह के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं।
पुलिस व शादी में मौजूद कुछ लोगों के अनुसार जिस विवाह में पंडित राधेश्याम फेरे करवाने गए थे, वहां उनकी कुछ लोगों से कहासुनी भी हुई थी। पुलिस इस दिशा में जांच कर रही है।
सीआई रामलक्ष्मण ने बताया कि वारदात की जानकारी मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक राजकुमार चौधरी व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जिनेन्द्र कुमार ने जैन वारदात स्थल का निरीक्षण किया। वहीं, पुलिस की एफएसएल व साइबर टीम ने सबूतों की पड़ताल शुरू कर दी है। इस मामले में हत्या की धारा भी जोड़ दी गई है।
जिला पुलिस अधीक्षक राजकुमार चौधरी ने बताया कि प्रथम दृष्टया घटनाक्रम संदेह में नहीं था, लोगों ने भी यह समझा कि दुर्घटना के कारण मृत्यु हुई है। इसके बाद मृतक का अंतिम संस्कार कर दिया गया। सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद मामले का खुलासा हुआ है। संदिग्ध लोगों की जांच की जा रही है।