जयपुर। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा 23 जनवरी सोमवार को राजस्थान के दौरे पर (BJP national president JP Nadda on a visit to Rajasthan on Monday, January 23) रहेगें। माना जा रहा है कि जेपी नड्डा भारत जोड़ो यात्रा का राजस्थान में इंपैक्ट (Impact of Bharat Jodo Yatra in Rajasthan) का पता लगाने के लिए आएंगे। जेपी नड्डा राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के राजनीतिक तामपान को नापने के लिए खुद राजस्थान की जमीन पर जमीन पर उतरेंगे।
ऐसा माना जा रहा है कि बीजेपी की दिल्ली में हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में यात्रा को लेकर चर्चा भी हुई है। भाजपा भले ही राहुल गांधी की यात्रा को तवज्जो नहीं दे रही हो लेकिन यात्रा में मिले समर्थन का प्रभाव कम करने के लिए जेपी नड्डा खुद राजस्थान के दौरे पर आ रहे हैं। भारत जोड़ो यात्रा का राजस्थान में अच्छा खासा समर्थन मिला था।
राजस्थान बीजेपी के नेता इसको लेकर बैचेन बताए जा रहे हैं। जेपी नड्डा के आने की जानकारी खुद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने दी है। सतीश पूनिया ने कहा कि 23 जनवरी को जेपी नड्डा का कुंडा तिराहे आमेर में भव्य स्वागत किया जाएगा। हालांकि राजस्थान भाजपा नेताओं का कहना है कि पार्टी के नियमित दौरे के तरह जेपी नड्डा आ रहे हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि राहुल गांधी की यात्रा में पूर्वी राजस्थान में लोगों की भीड़ खासी रही है। दौसा, सवाई माधोपुर और अलवर में लोगों का समर्थन मिला है। पूर्वी राजस्थान कांग्रेस का गढ़ भी माना जाता है। ऐसे में जेपी नड्डा राजनीतिक तापमान नापने के लिए राजस्थान आ रहे हैं। राजस्थान में 2023 के अंत में विधानसभा चुनाव होने है। राजस्थान बीजेपी नेताओं की गुटबाजी जगजाहिर। सीएम फेस को लेकर कई बार आरोप-प्रत्यारोप हो चुके हैं। ऐसे में जेपी नड्डा अपने दौरे के दौरान पार्टी नेताओं को एकजुटता का संदेश देंगे।
बता दें इससे पहले जेपी नड्डा पिछले साल बीजेपी की जन आक्रोश यात्रा के शुभारंभ कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जयपुर आए थे। जेपी नड्डा के कार्यक्रम में कुर्सियां खाली रही थी। जिसे लेकर सचिन पायलट ने बीजेपी की गुटबाजी पर निशाना भी साधा था।
जेपी नड्डा के आने से पहले राजस्थान भाजपा ने 8 जिलाध्यक्ष बदल दिए है। माना जा रहा है कि जल्द ही और जिलाध्यक्ष भी बदले जाएंगे। जेपी नड्डा अपनी यात्रा के दौरान सतीश पूनिया संग बैठक करेंगे और फीडबैक लेंगे।
राजस्थान भाजपा में सीएम फेस को लेकर पूर्व सीएम वसुंधरा राजे कैंप के नेता पूनिया को इशारों मे निशाने पर लेते रहे हैं। वसुंधरा समर्थकों का कहना है कि राजे के सीएम पद का चेहरा घोषित नहीं किया तो पार्टी चुनाव में नहीं जीत पाएगी। जबकि पूनिया का कहना है कि विधानसभा चुनाव पीएम मोदी के चेहरे पर ही लड़ा जाएगा।