संयुक्त राज्य अमेरिका में बीते कुछ हफ्ते में 3 दिग्गज बैंक डूब चुके हैं। एसवीबी फाइनेंशियल (SVB Financial) और सिल्वरगेट कैपिटल के बाद अब सिग्नेचर बैंक को भी न्यूयॉर्क स्टेट फाइनेंशियल (New York State Financial) रेगुलेटर्स ने बंद कर दिया है। फेडरल डिपॉजिट इंश्योरेंस कॉरपोरेशन (Federal Deposit Insurance Corporation) के अनुसार 2001 के बाद से अब तक 563 अमेरिकी बैंकों का पतन हुआ है। इन दिनों अमेरिका में अचानक डूबे बैंकों ने 2008 के आर्थिक संकट की याद दिला दिया है, इसके साथ ही बैंकिंग सिस्टम को लेकर भी चिंता जताई जा रही है।
ऐसे में कई लोगों के मन में यह सवाल उठ रहे है कि अगर कोई बैंक (Bank) डूबता है तो इसका ग्राहकों पर क्या असर होगा और उन्हें क्या मिलेगा? लेकिन आपको बता दे कि बैंक (Bank) के डूबने पर भी एक लिमिट तक आपका पैसा सेफ रहता है।
आपको बता दे कि भारत में बैंक डूबने या दिवालिया होने पर जमाकर्ता के पास एकमात्र राहत डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन (Deposit Insurance and Credit Guarantee Corporation) यानी डीआईसीजीसी (DICGC) द्वारा दिया जाने वाला इंश्योरेंस कवर होता है। अब डीआईसीजीसी (DICGC) के तहत इंश्योरेंस (Insurance) कवर 1 लाख रुपये से 5 लाख रुपये तक बढ़ाया गया है। आसान भाषा में समझें तो जिस बैंक के अकाउंट में आपके पैसे जमा है और वह डूब जाता है तो 5 लाख रुपये की रकम आपको वापस मिलेगी, भले ही अकाउंट (Account) में जमा रकम 5 लाख (5 Lakh) से ज्यादा ही क्यों ना हो।
जबकि बात करे तो अमेरिका (America) में 2.50 लाख डॉलर (करीब 2,06,91,950 रुपये) तक के जमा पर बीमा कवर मिलता है। वहीं ब्रिटेन (Britain) में बैंक ग्राहकों को 85,000 पौंड (करीब 84,73,070 रुपये) तक के जमा पर बीमा कवर मिलता है। सिंगापुर (Singapore) में 75,000 सिंगापुर डॉलर (करीब 46,07,260 रुपये) जबकि जापान (Japan) में 1 करोड़ जापानी येन ( करीब 62,37,030 रुपये) तक की लिमिट सुरक्षित होती है।