भरतपुर। जिले में अवैध वसूली की शिकायत पर एसपी ने डिकॉय ऑपरेशन (Decoy operation) कराया। इस गोपनीय जांच में पांच पुलिस कर्मियों को दोषी पाए जाने पर सस्पेंड (Suspend) कर दिया गया। साथ ही रारह चौकी को लाइन हाजिर (Spot the line to the post) किया गया है।
जिले के नाकों पर तैनात पुलिसकर्मियों की अवैध वसूली की शिकायत पर एसपी श्याम सिंह ने डिकॉय ऑपरेशन करवाया। इस ऑपरेशन के बाद शिकायत सही मिलने पर पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर रारह चौकी थाना उद्योग नगर के पूरे स्टाफ को लाइन हाजिर कर दिया गया है।
एसपी श्याम सिंह ने बताया कि तूड़ी, भूसा लदे ट्रकों, ट्रैक्टरों से पुलिस नाकों पर अवैध वसूली की गोपनीय शिकायत प्राप्त हो रही थीं। भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टोलरेंस रखते हुए उन्होंने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, मुख्यालय बृजेश ज्योति उपाध्याय को डिकॉय ऑपरेशन करने के निर्देश दिए। इस पर एएसपी बृजेश ज्योति ने शुक्रवार की रात मुरवाडा रोड नाकाबंदी प्वाइंट, एमईएस तिराहा नाकाबंदी प्वाइंट और रारह चौकी नाकाबंदी प्वाइंट नाका पर तैनात पुलिस कर्मियों के संबंध में गोपनीय रूप से डिकॉय ऑपरेशन किया।
एएसपी बृजेश ज्योति खुद ने भेष बदलकर ट्रकों और ट्रैक्टरों में यात्रा कर जांच की और साक्ष्य जुटाए। डिकॉय ऑपरेशन कर नाकाबंदी प्वाइंट पर तैनात पुलिसकर्मियों की गतिविधियों को चेक किया गया। एएसपी के डिकॉय ऑपरेशन की रिपोर्ट के आधार पर पांच पुलिस अधिकारी व कर्मियों की भूमिका संदिग्ध पाई जाने पर उनको निलंबित कर रारह चौकी के पूरे स्टाफ को लाइन हाजिर कर दिया गया है।
एसपी सिंह ने बताया कि घटनाक्रम की विस्तृत प्राथमिक जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, एडीएफ भरतपुर को सुपुर्द कर शीघ्र जांच रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए गए हैं। भ्रष्टाचार के विरुद्ध भरतपुर पुलिस की जीरो टोलरेंस आगे भी जारी रहेगी।
इन्हें किया गया निलंबित
थाना उद्योग नगर के एएसआई दरब सिंह, थाना उद्योग नगर अंतर्गत चौकी रारह के एएसआई सुरेन्द्र सिंह व कॉन्स्टेबल शिवराम, थाना कोतवाली से एएसआई दीपा शर्मा तथा थाना सेवर से हेड कांस्टेबल सुरेश को निलंबित किया गया है।