जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में सचिन पायलट के पक्ष में नारेबाजी (Slogans in favor of Sachin Pilot) करने पर एक युवक को पुलिस पकड़ कर थाने ले गई। पुलिसकर्मियों ने उसकी बाइक का चार हजार रुपये का चालान (Bike invoice of four thousand rupees) भी बना दिया। युवक का कसूर इतना था कि वह माकपा विधायक बलवान पूनिया के सरकारी आवास के बाहर पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के पक्ष में नारेबाजी कर रहा था।
सोलंकी ने की पुलिस कार्यवाही की निंदा
पायलट के पक्ष में नारेबाजी करने से नाराज पूनिया ने पुलिस की गश्ती गाड़ी को बुलवाया और युवक को उसके हवाले कर दिया। पायलट समर्थक (Pilot supporter) कांग्रेस विधायक वेदप्रकाश सोलंकी ने युवक को पकड़े जाने की निंदा की है। सोलंकी ने कहा कि युवक को नारेबाजी के लिए हर महीने उसके पिता 20 हजार रुपये देते हैं। युवक का पूरा परिवार पायलट का दीवाना है।
जानकारी के अनुसार, पायलट के पक्ष में नारेबाजी (sloganeering in favor of the pilot) करने वाला 25 वर्षीय युवक विजय सिंह गुर्जर कोटपुतली का निवासी है। सोलंकी ने बताया कि पुलिसकर्मियों ने उसकी बाइक जब्त कर चार हजार रुपये का चालान बना दिया और युवक की जेब से 1200रुपये निकाल लिए। युवक ने अपना कसूर पूछा तो पुलिसकर्मियों ने कहा, तुम पायलट के पक्ष में नारे लगाते हो इसलिए पूनिया ने तुम्हारी शिकायत की है।
पूछताछ की तो ये बात आई सामने
पुलिसकर्मियों ने जब पूछताछ की तो युवक ने बताया कि पायलट के पक्ष में नारेबाजी (sloganeering in favor of the pilot) करने के लिए उसके पिता उसे प्रतिमाह 20 हजार रुपये देते हैं। वह सिविल लाइंस और गांधी नगर क्षेत्र में मंत्रियों व विधायकों के आवासों के बाहर घूमकर पायलट के समर्थन में नारे लगाता है।
सोलंकी ने बताया कि पुलिस थाने से छुटने के बाद युवक उनके आवास पर पहुंचा और पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। सोलंकी ने कहा कि पूनिया माकपा विधायक हैं। लेकिन वे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निकट हैं। सोलंकी ने पुलिस की कार्रवाई को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उल्लेखनीय है कि सोलंकी पायलट के विश्वस्तों में शामिल है।