टोंक, (शिवराज मीना)। जिले के उनियारा उपखंड क्षेत्र के सोप थाना क्षेत्र में एक युवक की ट्रैक्टर से कुचलकर हत्या (Youth crushed to death by tractor) करने का मामला सामने आया है। घटना बुधवार देर शाम की बताई जा रही है। मामले को प्रेम प्रसंग से जोड़कर देखा जा रहा है। घटना के बाद से ही ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। सोप कस्बा पुलिस छावनी में तब्दील (Soap town converted into police cantonment) हो चुका है, चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है। वहीं हत्या के विरोध में गुरुवार को सोप कस्बा पूरी तरह बंद रहा। फिलहाल पुलिस और प्रशासन मामले की निगरानी कर रहा है। मृतक के परिजन मुआवजे और आरोपियों की गिरफ्तारी, एसपी और जिला कलक्टर को मौके पर बुलाने की मांग कर रहे है। समझाईश के प्रयास जारी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सोप थाना पुलिस को मृतक मस्तराम उर्फ रिंकू मीणा निवासी सोप के बड़े भाई बबलू मीणा पुत्र प्रभुलाल मीणा की ओर से दर्ज करवाई गई रिपोर्ट में बताया कि उसका भाई मस्तराम बाइक लेकर अपने खेत जा रहा था सोप रोड से अलीगढ़ मार्ग पर महावीर सैनी के मकान के पास पहले घात लगाये सुरेंद्र पुत्र महावीर, महावीर पुत्र जगन्नाथ, नरेश पुत्र महावीर, ओम देवी पत्नी महावीर, सुनीता पत्नी नरेश धाकड़ निवासी सकनाय कस्बा सोप ने उसके भाई मस्तराम की हत्या की है।

रिपोर्ट में बताया कि सुरेंद्र, ओम देवी, सुनीता ट्रैक्टर में बैठकर तथा नरेश व महावीर मोटरसाइकिल से पीछा कर रहे थे। सभी ने मिलकर मोटरसाइकिल पर जा रहे मृतक मस्तराम को रोककर घेर लिया और ट्रैक्टर से टक्कर मारकर नीचे गिरा दिया, ट्रैक्टर से घसीट कर टायर के नीचे दबाकर हत्या करने व मृतक की बाइक को भी क्षतिग्रस्त करने का आरोप लगाया है। आरोप है कि आरोपी मस्तराम को तब तक कुचलते रहे जब तक उसकी मौत नहीं हुई। इसी दरमियान मृतक का चचेरा भाई चिरंजीलाल मौके पर पहुंचा और बचाने लगा तो उसके भी ट्रैक्टर से टक्कर मारकर हत्या (Killed by hitting tractor) करने की कोशिश की व मारपीट कर गाली गलौज करते हुए डरा धमकाकर गवाही नहीं देने के लिए धमकाते हुए जातिसूचक शब्दों से अपमानित किया।
घटना की सूचना मिलने पर सोप थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर उनियारा अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया। गुरुवार सुबह मृतक के भाई बबलू मीणा की ओर से दी गई रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने पांच नामजद आरोपियों के खिलाफ धारा 143, 323, 341, 427, 504, 302, 120बी, 307 व अनुसूचित जनजाति अधिनियम के तहत धारा 3 में भी मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू की गई है। मामले की जांच उनियारा पुलिस उपाधीक्षक शकील अहमद कर रहे हैं।
उक्त घटना के विरोध में गुरुवार को ग्रामीणों ने सोप कस्बा बंद रखने का निर्णय लिया, जिस पर आज कोई प्रतिष्ठान नहीं खुले, कस्बा पूरी तरह बंद रहा। मृतक के परिजनो का कहना है कि मृतक अत्यंत गरीब और बीपीएल चयनित श्रेणी में है, उसके दो छोटे बच्चो का सरकार की ओर से भरण पोषण करने, मृतक की आश्रित को 50- 50 लाख रुपए की एफडी कराने व आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग शामिल हैै।
मृतक के परिजन व ग्रामीण जिला कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक को मौके पर बुलाकर आश्वासन देने की मांग कर रहे हैं। वहीं पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी शव का पोस्टमार्टम करवाने के लिए समझाइश कर रहे है। मौके पर उनियारा उपखंड अधिकारी गिरधर चौधरी, तहसीलदार रवि कुमार सहित कई जनप्रतिनिधि मौके पर मौजूद है। सोप कस्बे में 5 स्थानों का पुलिस जाब्ता तैनात है। यहां सोप, अलीगढ,़ उनियारा, बनेठा, नगर फोर्ट थाने से अतिरिक्त बल बुलाया गया है।