बूंदी। स्वतंत्रता सैनानी कमला नेहरू का चरित्रहनन कर देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को अवैध संतान बताने के मामले में सोमवार को अभिनेत्री पायल रोहतगी बूंदी एसीजेएम कोर्ट में हाजिर (Actress Payal Rohatgi appears in Bundi ACJM court) हुयी। अभिनेत्री पायल रोहतगी इस मामले में न्यायालय से जमानत मिलने के बाद से ही दो वर्ष से अधिक समय से गैरहाजिर चल रही थी। अभिनेत्री के अधिवक्ता की ओर से विभिन्न कारणों से अनुपस्थित रहने पर हाजरी माफी के प्रार्थना पत्र पेश किये जा रहे थे।
उल्लेखनीय है कि अक्टूबर 2019 में बूंदी के सामाजिक कार्यकर्ता और कांग्रेस नेता चर्मेश शर्मा के परिवाद पर अभिनेत्री पायल रोहतगी के विरुद्ध इस मामले में बूंदी देवपुरा सदर थाने में एफआईआर दर्ज की गयी थी।पायल रोहतगी द्वारा देश के प्रथम प्रधानमंत्री पं जवाहरलाल नेहरु की धर्मपत्नी कमला नेहरू के दूसरे पुरुष से अवैध संबंध बताकर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को अवैध संतान बताने के बयान के बाद इस मामले में चर्मेश शर्मा ने आरोपी अभिनेत्री के वीडियो के साथ बूंदी देवपुरा सदर पुलिस मे लिखित शिकायत दी थी। पुलिस ने मामले की जांच करते हुये दिसंबर 2019 में अभिनेत्री पायल रोहतगी को आईटी एक्ट और अन्य धाराओं में गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद अभिनेत्री को न्यायालय में पेश करने पर न्यायालय ने पायल रोहतगी को जेल भी भेज दिया था। एक दिन जेल में रहने के बाद जिला न्यायालय से जमानत मिलने के बाद से ही अभिनेत्री पायल रोहतगी जमानत पर बाहर है।
अब तक पैरवी कर रहे वकील को हटाया
स्वतंत्रता सैनानी महिलाओं के चरित्र हनन और समाज में अश्लीलता फैलाने के अपराध की आरोपी अभिनेत्री पायल रोहतगी ने न्यायालय के समक्ष अपने अब तक के वकील भूपेंद्र सक्सेना को बदलने की जानकारी देते हुये विधिक सेवा के माध्यम से वकील उपलब्ध करवाने के संदर्भ में प्रार्थना पत्र भी प्रस्तुत किया। सोमवार को न्यायालय में अभिनेत्री पायल रोहतगी बिना वकील के स्वयं ही अपने पति संग्राम सिंह के साथ पहुंची। न्यायालय में इस मामले में फरियादी चर्मेश शर्मा की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता दिनेश पारीक और देवराज गोचर ने पैरवी की।
आगामी पेशी के लिये रोहतगी को किया पाबंद
न्यायालय से जमानत मिलने के लगभग दो वर्ष बाद कोर्ट में हाजिर हुयी अभिनेत्री पायल रोहतगी के मामले में न्यायालय ने आगामी तारीख 10 जुलाई तय करते हुये आरोपी अभिनेत्री को अनिवार्य रूप से कोर्ट में हाजिर होने के लिये पाबंद किया है।