भीलवाड़ा, राजस्थान में शाहपुरा जिले के जहाजपुर कस्बे में सांप्रदायिक तनाव और असामाजिक तत्वों की गतिविधियों के कारण फिर माहौल बिगड़ गया है। 14 सितंबर को जलझूलनी एकादशी के अवसर पर हुए पथराव के बाद से क्षेत्र में हालात तनावपूर्ण (Situation Tense) बने हुए हैं। गुरुवार को एक बार फिर यह विवाद भड़क उठा, जब ग्रामीणों की भीड़ विवादित धर्मस्थल की ओर बढ़ने लगी।
तनाव की वजह
जहाजपुर में जलझूलनी एकादशी के दिन, हिंदू जुलूस पर कथित रूप से असामाजिक तत्वों द्वारा पथराव (Stone pelting by anti-social elements) किया गया था। इस घटना ने हिंदू संगठनों में नाराजगी पैदा की थी, और तभी से क्षेत्र में तनाव बना हुआ था। गुरुवार को इस मुद्दे ने नया मोड़ लिया, जब बड़ी संख्या में ग्रामीण विरोध जताते हुए विवादित स्थल की ओर जाने लगे।
भीड़ पर पुलिस ने किया लाठीचार्ज
भीड़ के उग्र होने पर पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए हस्तक्षेप किया। पुलिस ने समझाइश का प्रयास किया, लेकिन भीड़ में शामिल कुछ लोग रुकने को तैयार नहीं थे। इस दौरान पुलिस और भीड़ के बीच टकराव (Clash between police and crowd) बढ़ गया, और आखिरकार पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। पुलिस ने पांच लोगों को हिरासत में लिया, जो विवादित क्षेत्र की ओर बढ़ने की कोशिश कर रहे थे।
बाजार बंद और हिंदू संगठनों का धरना
इसके बाद, हिंदू संगठन के लोग कल्याण जी मंदिर के बाहर धरने पर बैठ गए (People of Hindu organization sat on strike outside Kalyanji temple)। पथराव की घटना के बाद से पीतांबर भगवान का बेवाण अभी भी उसी स्थल पर रखा हुआ है। वहां धरना दे रहे लोगों ने विवादित स्थान की ओर कूच किया, जिसे पुलिस ने तुरंत रोका। इसके बाद, ग्रामीणों ने कस्बे के बाजार में जाकर दुकानों को बंद कराने की कोशिश (Attempt to close shops) की, जिससे वहां पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच फिर से विवाद हो गया।

पुलिस और प्रशासन ने संभाला मोर्चा
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए शाहपुरा के एएसपी राजेश आर्य और डिप्टी एसपी नरेंद्र कुमार पारीक मौके पर पहुंचे। उन्होंने मौके पर जाकर समझाइश करने का प्रयास किया और विवादित क्षेत्र में किसी को प्रवेश नहीं करने दिया (Not allowed to enter)। पुलिस ने जगह-जगह बैरिकेड्स लगाए और पूरे कस्बे में सुरक्षा बल तैनात कर दिया गया है ताकि माहौल बिगड़ने से रोका जा सके।
पुलिस कर रही कड़ी निगरानी
अभी भी कस्बे में तनावपूर्ण माहौल है। पुलिस की ओर से सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, और कस्बे में किसी भी तरह की अशांति को रोकने के लिए लगातार पेट्रोलिंग की जा रही है। प्रशासन ने सभी से शांति बनाए रखने की अपील की है। साथ ही, किसी भी असामाजिक गतिविधि पर सख्त निगरानी रखी जा रही है ताकि स्थिति नियंत्रण में रहे।
इस प्रकार की घटनाएं न केवल सांप्रदायिक सौहार्द्र को नुकसान पहुंचाती हैं बल्कि क्षेत्र के सामान्य जीवन में भी बाधा उत्पन्न करती हैं। प्रशासन का इस स्थिति पर नियंत्रण रखने के लिए किया गया प्रयास सराहनीय है, लेकिन इसके साथ ही संवाद और संयम से हल निकालने की आवश्यकता है।