जोधपुर । जिले के देचू थाना इलाके के आसरलाई गांव की 9वीं कक्षा में पढ़ने वाली एक छात्रा का पुलिस ने बाल विवाह रुकवाया है। परिजनों की इच्छा के खिलाफ एसपी (SP) के पास पहुंचकर छात्रा ने अपने बाल विवाह रोकने की हिम्मत दिखायी है। छात्रा की इच्छा के अनुरुप उसे नारी निकेतन भिजवा दिया गया। पुलिस ने महज पांच घंटे में सारी प्रक्रिया निपटा दी।
जोधपुर ग्रामीण एसपी अनिल कयाल ने बताया कि आसरलाई निवासी टीना कंवर ने आज उनके कार्यालय में उपस्थित होकर बताया कि परिजन 13 दिसम्बर को उसका विवाह करने जा रहे हैं। मेरी जन्म तिथि 6 मई 2007 है। उक्त विवाह मेरी इच्छा के विरूद्ध किया जा रहा है। जबकि मैं विवाह करने के बजाय पढ़ना चाहती हूं। मैं कक्षा 9वीं की छात्रा हूं तथा अभी नाबालिग हूं। मेरे रहने के लिए नारी निकेतन में व्यवस्था करावें।
इस परिवाद को एसपी ने गंभीरता से लेते हुए देचू थानाधिकारी राजेश विश्नोई के नेतृत्व में टीम गठित कर परिवाद की जांच शुरू की गई। टीम ने सुश्री टीना कंवर की जन्मतिथि से संबंधित दस्तावेज राजकीय उच्च माध्यमिक विधालय आसरलाई से प्राप्त किए। जिससे सुश्री टीना कंवर की जन्मतिथि एक मई 2006 होना पाई गई। बाल विवाह का आयोजन करवाने वाले आसरलाई निवासी मगसिह पुत्र स्व. भगवानसिह, फतेहगढ़ निवासी राजूसिंह सहित कुछ अन्य को बाल विवाह को लेकर पाबंद किया गया। सुश्री टीना कंवर को तुरन्त अध्यक्ष बाल कल्याण समिति जोधपुर द्वारा राजकीय बालिका गृह जोधपुर में प्रवेश के लिए आदेश जारी कर पांच घंटे के भीतर राजकीय बालिका गृह जोधपुर मे संरक्षण में सुपुर्द किया गया।