जयपुर। राजस्थान सरकार में खाद्य मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास (Food Minister Pratap Singh Khachariyawas in Rajasthan Government) ने जयपुर के दो थाना प्रभारियों का ट्रांसफर जयपुर से बाहर अन्य जिले में करने के लिए डीजीपी से सिफारिश की (Recommended to DGP to transfer two station in-charges outside Jaipur to other district) है।
अपने कारनामों को लेकर सुर्खियों में रहने वाली राजस्थान पुलिस ने एक बार फिर खाकी को दागदार कर दिया है। जहां राजधानी जयपुर में 2 सर्किल अफसरों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। मामले की गंभीरता के देखते हुए राजस्थान सरकार के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने दोनों आरोपी थाना प्रभारियों का ट्रांसफर करने की सिफारिश डीजीपी से की है। फिलहाल दोनों पुलिस अधिकारी जयपुर जिले के सर्किल में तैनात हैं।
दरअसल, मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, थाना प्रभारीलाखन सिंह खटाना और राधारमण गुप्ता का ट्रांसफऱ जयपुर जिले से दूसरे जिले में करने की सिफारिश की गई है। लाखन सिंह खटाना, राधारमण गुप्ता पर आरोप है कि उन्होंने 1400 रुपये में ट्रैक्टर और 500 रुपए में मोटर साइकिल बेच दी। हालांकि, खटाना थाना मुहाना मंडी थाना प्रभारी है। जबकि राधारमण गुप्ता पुलिस थाना प्रभारी जवाहर सर्किल में तैनात है। इस दौरान मंत्री प्रताप खाचरियावास ने कार्यकर्ता की शिकायत के आधार पर दोनों अफसरों को जिले से बाहर ट्रांसफर करने की बात कही है।
जानिए क्या लिखा नोटशीट में?
नोटशीट पर खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने साइन किए हैं। जहां नोटशीट में इन थाना प्रभारियों के खिलाफ कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की शिकायत के आधार की बात कही गई है। इस लैटर पैड़ में लिखा है कि दोनों सर्किल थाना प्रभारियों की कार्यप्रणाली के चलते कांग्रेस कार्यकर्ता नाराज चल रहे थे।
इसलिए मंत्री ने इनके ट्रांसफर के लिए नोटशीट लिखी थी।
राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पास गृह विभाग की जिम्मेदारी भी है। ऐसे में पुलिस विभाग सीएम गहलोत के अंतर्गत आता है। इसलिए कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास की ओर से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को यह नोटशीट भेजी गई थी। हालांकि, ये नोटशीट 23 अगस्त को लिखी गई थी। बता दें कि, पिछले 10 दिन में थाना प्रभारी राधारमण गुप्ता और लाखन सिंह खटाणा के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया गया। ऐसे में नोटशीट के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद काफी बातें हो रही हैं। चूंकि, किन कारणों के चलते इन दो थाना प्रभारियों को जयपुर से बाहर ट्रांसफर करने की सिफारिश भेजी गई थी।