हनुमानगढ़। जिले की भादरा तहसील के गांव पटवा में स्थित डिग्गी में डूबने से तीन दोस्तों की मौत हो गई। तीनों बालक डिग्गी में नहाने के लिए सोमवार दोपहर घर से साइकिल लेकर निकले थे। जब वे शाम तक घर नहीं लौटे तो परिजनों ने उनकी तलाश की। इस दौरान देर रात को तीनों के शव डिग्गी के पानी में तैरते मिले। ग्रामीणों ने सोमवार रात दस बजे के लगभग तीनों बालकों के शव डिग्गी से निकाले तथा भादरा थाना पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मंगलवार को परिजनों की मांग पर बिना पोस्टमार्टम करवाए उनको शव सौंप दिए।
जानकारी के अनुसार कमल कुमार (13) पुत्र राजेन्द्र जाट, युवराज (11) पुत्र रामनिवास बेरवाल तथा योगेश सहारण (13) पुत्र परशराम सहारण निवासी पटवा सोमवार दोपहर घर से निकले। देर शाम तक तीनों वापस नहीं लौटे तो उनकी तलाश शुरू की गई। रात को गांव से दो किलोमीटर दूर एक ढाणी में बनी पानी की डिग्गी में दो बालकों के शव तैरते मिले। एक बालक का शव डिग्गी के पानी में ऊपर नहीं आया। उसे डिग्गी के पानी में नीचे से निकाला गया। ग्रामीणों का अनुमान है कि बालकों के नहाने के दौरान किसी एक बालक के डूबने या उसके घबरा जाने के कारण अन्य दो बालकों ने बचाने का प्रयास किया होगा। इस दौरान तीनों की डूबने से मौत हो गई।
ग्रामीणों ने भादरा पुलिस को हादसे की सूचना देने के बाद शवों एक फार्म हाऊस में रखवाया। भादरा पुलिस थानाधिकारी कविता पूनिया ने बताया कि मृतक बालकों के परिजनों ने पोस्टमार्टम व पुलिस कार्रवाई से इनकार कर दिया। इसलिए बिना पोस्टमार्टम के ही तीनों के शव परिजनों को सौंप दिए गए। 11 वर्षीय युवराज माता-पिता की इकलौती संतान था। जबकी कमल और योगेश के एक-एक भाई बहन है। तीनो के शवो का गमगीन माहोल में एक साथ अंतिम संसकार किया गया है।