बीकानेर। राजस्थान में भाजपा के मुख्यमंत्री चेहरे पर मची खींचतान (There was a tussle on the face of the BJP Chief Minister in Rajasthan.) के बीच पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपनी दावेदारी को मजबूती देने के लिए अभियान शुरू (Former Chief Minister Vasundhara Raje launches campaign to strengthen her claim) कर दिया है। रविवार को बेटे दुष्यंत के साथ देशनोक पहुंची वसुंधरा ने कहा कि मेरे जीवन में सीधे-सीधे कुछ नहीं होता। संघर्ष करना पड़ता है। करणी माता का आशीर्वाद मुझे मिल गया है। आगे का काम भी सफल ही होगा।
वसुंधरा राजे बेटे दुष्यंत के साथ विशेष हेलीकॉप्टर में देशनोक पहुंची और करणी माता मंदिर में आधा घंटा पूजा की। दर्शन के बाद जनसंवाद कार्यक्रम में उन्होंने कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि महाराजा गंगा सिंह जब भी करणी माता का आशीर्वाद लेने आते थे, तब सफेद चूहा देखने के बाद ही आगे बढ़ते थे। उनका काम सफल होता था। माता का आशीर्वाद आज मुझे भी मिल गया है। जब भगवान का आशीर्वाद साथ है तो रास्ते में कौन खड़ा हो सकता है।
वसुंधरा राजे ने इस दौरान गहलोत सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि चार साल में राजस्थान की जनता के साथ विश्वासघात हुआ है। जनता ने आपको काम के लिए चुना था, लेकिन आपने तो ज्यादातर समय कुर्सी बचाने में ही निकाल दिया। सब्र का फल मीठा होता है। जल्द ही प्रदेश में समय बदलने वाला है।
जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान मंच पर सिर्फ एक कुर्सी लगी थी, जिस पर वसुंधरा विराजमान थी। पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी भी सभा का संचालन करते नजर आए। यह कार्यक्रम पूरी तरह देवी सिंह भाटी और वसुंधरा की ओर से शक्ति प्रदर्शन ही था। इस वजह से बड़े नेताओं ने दूरी बना रखी थी। शहर भाजपा अध्यक्ष अखिलेश प्रपात सिंह स्वागत करने देशनोक पहुंचे। वह भी थोड़ी देर बाद वहां से निकल गए। हालांकि, कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल की गैर मौजूदगी चर्चा का विषय बनी रही। राजे समर्थक ही इस कार्यक्रम में मौजूद रहे।