कोटा। कोटा में कांग्रेस के डिजिटल सदस्यता अभियान (Congress’s digital membership drive in Kota) में शिरकत करने आए पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा (PCC President Govind Singh Dotasara) को भाजयुमो कार्यकर्ताओं का कड़ा विरोध झेलना पड़ा (Had to face strong opposition from BJYM workers)।
जयपुर से कोटा आते समय नेशनल हाइवे 27 पर भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष सुदर्शन गौतम के नेतृत्व में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के काफिले को काले झंडे दिखाकर प्रदर्शन किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प के बीच डोटासरा का काफिला कुछ देर तक वहीं रूका रहा। शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे भाजयुमो कार्यकर्ताओं को पुलिस जबरन आरकेपुरम थाने ले गई।
कांग्रेस नेताओं के इशारे पर की गई एकतरफा कार्रवाई के विरोध में भाजयुमो कार्यकर्ता आरकेपुरम थाने पहुंचे और पुलिस प्रशासन पर काग्रेंस कार्यकर्ताओं की तरह काम करने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। इधर भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी जिलाध्यक्ष सुदर्शन गौतम समेत अन्य नेताओं की रिहाई की मांग को लेकर आईजी कार्यालय पर प्रदर्शन किया।
गौरतलब है कि बीते दिनों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कोटा के प्रवास पर आए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पुनिया के काफिले पर कायराना हमला किया था। इस मामले में पुलिस प्रशासन द्वारा आरोपियों पर कार्रवाई नहीं करने पर भारतीय जनता युवा मोर्चा ने कड़ा विरोध जताया था। भाजयुमो ने भी कांग्रेस पदाधिकारियों के कोटा आने पर काले झंडे दिखाने और विरोध करने की चेतावनी दी थी। मंगलवार को भाजयुमो ने इसी के विरोध में डोटासरा के हाड़ौती दौरे का विरोध किया।
कोटा में चल रहे दो कानून
जिलाध्यक्ष सुदर्शन गौतम ने कहा कि कोटा का पुलिस प्रशासन शहर में कांग्रेस व भाजपा के कार्यकर्ताओं के लिए अलग-अलग कानून चला रहा है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष पर कायराना हमला करने वाले कांग्रेस के गुंडो के विरूद्ध अभी तक कार्रवाई नहीं की गई है वहीं शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे भाजयुमो कार्यकर्ताओं पर कांग्रेस नेताओं के इशारे पर लाठी चार्ज होता है। भाजयुमो के कार्यकर्ता आगे भी लगातार इसका विरोध करेंगे।