जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) ने बुधवार को एक बार फिर निकम्मा और नाकारा शब्दों का इस्तेमाल (Use of useless and useless words) किया। हमला हालांकि वो केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत (Union Minister Gajendra Singh Shekhawat) पर बोल रहे थे, लेकिन इशारों ही इशारों में उन्होंने पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट पर भी तंज (Former Deputy CM Sachin Pilot also taunted) कस दिया। दरअसल बिड़ला सभागार में कांग्रेस के सम्मेलन में बोलते हुए सीएम गहलोत केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत पर निशाने साध रहे थे, पिछले दिनों मुख्यमंत्री ने गजेन्द्र सिंह के लिए निकम्मा शब्द का इस्तेमाल किया था। दो दिन पहले राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने भी मुख्यमंत्री द्वारा निकम्मा शब्द के इस्तेमाल को सही बताया था। साथ ही निकम्मे की 3-4 अलग-अलग परिभाषाएं भी बताई थीं।
मुख्यमंत्री ने इन परिभाषाओं का जिक्र करते हुए कहा कि आखिर मैंने क्या गलत कहा? जब घर में कोई बच्चा काम नहीं करता है तो उसे प्यार से भी डांटते हुए निकम्मा-नाकारा कह दिया जाता है। लेकिन मैं प्रेम से भी यह कहूं तो उनको बुरा लगता है?
अब सीएम अशोक गहलोत के इस बयान को केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह के साथ ही सचिन पायलट से भी जोड़कर देखा जा रहा है। दरअसल सियासी संकट के दौरान मुख्यमंत्री गहलोत ने सचिन पायलट के लिए निकम्मा और नाकारा शब्द का इस्तेमाल किया था। वहीं पिछले दिनों सचिन पायलट ने पिछले दिनों सीएम गहलोत को पिता तुल्य बताया था। सीएम गहलोत केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत और सचिन पायलट दोनों को ही निकम्मा बोल चुके हैं। अब आज के बयान से भी माना जा रहा है उन्होंने एक तीर से दो शिकार किए हैं।
सीएम अशोक गहलोत ने उदयपुर घटना को लेकर भाजपा पर तंज कसे तो कई राज्यों का हवाला देते हुए यह भी कहा कि ये लोकतंत्र की हत्या कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभी भी कुछ राज्य बच रहे हैं और सरकार गिराने के लिए अगला नम्बर किसका है यह पता नहीं। वहीं अजय माकन ने कहा कि केन्द्र सरकार हर चीज में राजनीति करे लेकिन प्यासे राजस्थान पर राजनीति ना करें। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता लड़ाई के लिए तैयार रहें। हम हर हाल में राजस्थान की जनता को पानी दिलाकर रहेंगे। वहीं पीसीसी चीफ गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा कि केन्द्र सरकार और केन्द्रीय मंत्री का षड़यंत्र है कि राजस्थान की सरकार को ईआरसीपी का श्रेय नहीं मिले लेकिन हम इसे कामयाब नहीं होने देंगे।