जयपुर। प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ भाजपा ने इन दिनों मोर्चा खोल रखा (These days the BJP has opened a front against the Gehlot government.) है। अब भाजपा प्रदेश सरकार की नीतियों को लेकर जनता के बीच जाएगी। इसकी शुरुआत भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (BJP National President JP Nadda) गुरुवार को दशहरा मैदान से 51 रथों को रवानगी (dispatch of 51 chariots) देकर करेंगे। इसके बाद नड्डा जनसभा को भी संबोधित करेंगे। इसमें 10 हजार लोग हिस्सा लेंगे।
कार्यक्रम के तहत 2 दिसंबर को प्रत्येक जिले से रथ रवाना होंगे। इसमें प्रदेश के सभी वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। 3 और 4 दिसंबर को राजस्थान की सभी 200 विधानसभाओं में रथ रवाना किए जाएंगे। इस जन आक्रोश यात्रा के दौरान भाजपा के केंद्रीय नेता, प्रदेश के वरिष्ठ नेता, राजस्थान के सभी सांसद, विधायक व प्रदेश पदाधिकारी शामिल होंगे। रथ यात्रा के दौरान कई स्थानों पर भाजपा के वरिष्ठ नेता गांव में ही रात्रि के समय चौपाल लगाकर ठहरेंगे। 14 से 20 दिसंबर तक हर विधानसभा क्षेत्र में जन आक्रोश यात्रा के दौरान होने वाली जनसभाओं में 5000 की भीड़ जुटाने का लक्ष्य रखा गया है। बीजेपी की कोशिश है कि जनाक्रोश यात्रा के जरिए 200 विधानसभा क्षेत्रों पर 3 लाख से ज्यादा लोगों को प्रत्यक्ष रूप से जोड़ा जाए।
जन आक्रोश यात्रा के लिए तैयार किए गए रथों पर लगाए गए पोस्टरों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ प्रदेश के तीन नेताओं को भी जगह दी गई है। इनमें नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया को शामिल किया है। हालांकि अब तक पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे जन आक्रोश यात्रा की किसी भी कार्यक्रम से नहीं जुड़ी हैं। खास बात यह है कि सोशल मीडिया पर भी पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने जन आक्रोश यात्रा को लेकर अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं कराई है। गुरुवार को होने वाली जेपी नड्डा की सभा में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के शामिल होने को लेकर भी चर्चाएं हैं। वसुंधरा राजे जो अब तक जनाक्रोश अभियान से दूरी बनाए हुए हैं, वह इसमें शामिल होंगी ?
आदर्श नगर दशहरा मैदान में होने वाली जन आक्रोश सभा में कोर कमेटी के नेताओं को भी आमंत्रित किया गया है। पार्टी की ओर से आमंत्रित किए नेताओं में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुनराम मेघवाल, कैलाश चौधरी का नाम शामिल है। बताया जा रहा है कि राजस्थान बीजेपी कोर कमेटी के नेता मंच पर मौजूद रहेंगे। इस सभा के जरिए बीजेपी एकजुटता का संदेश भी देने की कोशिश करेगी। जेपी नड्डा इस सभा के जरिए प्रदेश की गहलोत सरकार की 4 साल की नाकामियां गिनाएंगे। साथ ही पार्टी से आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर एकजुटता का आह्वान करेंगे।
बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता जन आक्रोश यात्रा के दौरान प्रदेश की आम जनता से उनकी स्थानीय समस्याओं पर शिकायतें भी लेंगे। बीजेपी की ओर से तैयार किए गए जनाक्रोश रथ पर एक शिकायत पेटी लगी होगी, जिसमें आम जनता से मिलने वाली लिखित शिकायतों और सुझावों को इकट्ठा कर छंटनी की जाएगी। फिर उन समस्याओं के समाधान के लिए बीजेपी जन घोषणा पत्र जारी करेगी। कुछ समस्याओं और शिकायतों को कांग्रेस की गहलोत सरकार के खिलाफ अगले चुनावी आरोप पत्र या चार्जशीट में शामिल किया जाएगा।