नई दिल्ली। अमेरिका में तकनीकी तौर पर मंदी ने दस्तक दे दी (Technically recession knocked in America) है। पिछले दो तिमाहियों में अमेरिका की अर्थव्यवस्था सिकुड़ी है। इसके विपरित भारत में इसका ज्यादा असर देखने को नहीं मिलता हां मगर भारत में महंगाई बड़ी है। दूसरे केंद्रीय बैंको की देखा देखी आरबीआई (RBI) ने भी ब्याज दर में इजाफा कर दिया है। जॉब बाजार बहुत कमजोर है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन (Finance Minister Nirmala Sitharaman) संसद में कह चुकी है। भारत के अंदर मंदी का सवाल ही नहीं है।
एक ऐसा पैरामीटर है जो मंदी आने का संकेत देता है (There is a parameter that indicates a bearish approach)। वह अंडरवीयर और टी-शर्टों की बिक्री (Derwear and T-shirt sales) है। आपको ये सुनकर थोड़ा अजीब लग रहा होगा मगर ये सच है। अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के पूर्व प्रमुख एलन ग्रींसपैन (Alan Greenspan, former head of the US central bank Federal Reserve) पुरुषों की अंडरवीयर की बिक्री पर काफी नजर रखते थे। उनका मानना है कि इससे मंदी का अनुमान लगाया जा सकता है। यदि अंडरवीयर की बिक्री को पैरामीटर को मान भी ले तो भारत के बारे में क्या बया करते है। चलिए समझते है इस पूरे मामले को।
एलन ग्रींसपैन वर्ष 1987 से 2006 तक फेडरल रिजर्व के प्रमुख रहे। वे एक अर्थशास्त्री भी थे। उन्होंने अमेरिका के बहुत से राष्ट्रपतियों के साथ काम किया है। उनकी पुरुषों के अंडरवीयर में अलग तरह की ही दिलचस्पी रहती थी। उनका मानना था कि अंडरवीयर की बिक्री से मंदी का अनुमान लगाया जा सकता है। उनका मानना था अंडरवीयर की बिक्री पूरे वर्ष एक जैसे रहती है। कुछ ही बार होता है जब इसमें गिरावट आती है। जब इसमें फाइनेंशियल दवाब महसूस करते है। की वे अपनी अंडरवीयर नही बदलते है। उन्हे लगता है यही मंदी की दस्तक का समय है।
भारत के लिए हम ग्रींसपैन की थ्योरी को पैरामीटर मान लें तो इसके लिए हमे कुछ अंडरवीयर ब्रांडों को लेना होगा। उदाहरण के लिए जॉकी जिसके भारत में 1 लाख से अधिक आउट लेट है। पिछले वर्ष के मुकाबले जनवरी से मार्च 2022 के पेज इंडस्ट्रीज की बिक्री 26 फीसदी बढ़ी है। दूसरे इंडिकेटर मतलब टी शर्ट की बात करे तो इसके लिए वी मार्ट को लेते है। कंपनी की रेवेन्यू में 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। इस कंपनी में 2022-23 के लिए अपने कंपनी के स्टोर्स को बढ़ाने बारे में सोच रही है।
भारत मंदी आने की कोई संभावना नहीं
कुछ समय पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन में संसद में कहा था कि भारत ने मंदी का सवाल ही नहीं उठता है। संसद में मंहगाई में चर्चा हो रही थी। उस दौरान ये बात कही थी। अब यदि हम टी शर्ट और अंडरवीयर को भी संकेत मान ले तो भारत में फिलहाल तो मंदी आने की कोई संभावना नहीं है।