मथूरा। मथुरा में कान्हा के जन्म उत्सव (Kanha’s Birth Celebration in Mathura) के बाद बांके बिहारी मंदिर में मंगला आरती के दौरान भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। ठाकुर बांके बिहारी के दर्शनों के लिए उमड़ी भीड़ के कारण बांके बिहारी मंदिर में पैर रखने तक की जगह नहीं थी। जिसके कारण मंदिर परिसर में मौजूद लोगों को सफोकेशन होने लगा। इस कारण दम घुटने से दो लोगों की मौके पर ही मौत (Two people died on the spot due to suffocation) हो गई। इस दौरान और कुछ अन्य लोगों की भी तबीयत खराब हो गई। इन्हें अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
50 से अधिक लोगों की दम घुटने से बिगड़ी तबीयत
रिपोर्ट्स के मुताबिक, भीड़ इतनी ज्यादा थी कि दो लोगों की आरती के दौरान दम घुटने की वजह से मौत हो गई। वहीं करीब 50 से ज्यादा लोगों की तबीयत बिगड़ गई। पुलिस का कहना है कि भीड़ बढ़ने के कारण यह हादसा हुआ है। दोनों मृतकों की पहचान निर्मला देवी निवासी नोएडा और वृंदावनवासी राजकुमार निवासी जबलपुर के रूप में हुई है।
श्रद्धालुओं के पैर रखने तक की जगह नहीं थी मंदिर में
मंगला आरती सुबह के समय की सबसे पहली आरती होती है। यह तड़के 3 या 4 बजे के आसपास की जाती है। कल जन्माष्टमी पर दिनभर से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ थी। इस कारण मंगला आरती के समय भी मंदिर परिसर में भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। हालत यह थी कि मंदिर में पैर रखने तक की जगह नहीं थी। कहा जा रहा है कि करीब 50 लाख श्रद्धालु मथुरा में जन्माष्टमी मनाने पहुंचे थे जो इलाके की क्षमता के हिसाब से बड़ी संख्या है।
होटल, धर्मशालाएं और लॉज सब फुल
कल जन्माष्टमी के कारण मथुरा के बांकेबिहारी मंदिर में दर्शन करने के लिए देशभर के श्रद्धालु बड़ी संख्या में मथुरा आए। जन्माष्टमी पर हर साल भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन के लिए भारी संख्या में लोगों के आने से भीड़ बढ़ जाती है। जन्माष्टमी के अवसर पर मथुरा और वृंदावन के सभी होटल और लॉज, धर्मशालाएं व आश्रम भरे हुए थे। हालत यह थी कि मंदिर में दर्शन करने के लिए उत्साहित कई श्रद्धालुओं ने फुटपाथ पर भी सोकर रात बिताई। उधर, प्रशासन की ओर से कहा गया कि सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए थे।