जयपुर। Youth Congress Election- राजस्थान युवा कांग्रेस (Rajasthan Youth Congress) के प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश महासचिव, जिला अध्यक्ष, विधानसभा अध्यक्ष (State President, State General Secretary, District President, Assembly President) के लिए 28 जनवरी से सदस्य अभियान एवं मतदान प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है जो 27 फरवरी तक चलती रहेगी। इस प्रक्रिया में 18 से 35 साल के युवक और युवतियां हिस्सा ले सकते हैं। इससे पहले 11 जनवरी से 22 जनवरी तक सदस्यता प्रारंभ कर नोमिनेशन, आपत्ती एवं प्रत्याशियों की अंतिम सूची जारी की गई।
युवा कांग्रेस की पूरी चुनावी प्रक्रिया इस बार ऑनलाइन (Entire election process of Youth Congress online this time) की गई है। यहां सदस्यता से लेकर प्रत्याशी नॉमिनेशन एवं वोटिंग तक सभी प्रक्रियाएं ऑनलाइन संपन्न की जा रही है। इस चुनाव में 18 से 35 वर्ष का कोई भी युवा भाग लेकर प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश महासचिव, जिला अध्यक्ष, विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए कुल 4 वोट कर सकेगा। इनकी गणना 27 फरवरी के बाद होगी। उसके बाद ही परिणाम सामने आएगा।
ये 15 युवा प्रदेशाध्यक्ष के लिए चुनावी मैदान में डटे है-
राजस्थान प्रदेश युवा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए राजस्थान के 15 युवा भाग्य आजमा रहे हैं, जिनमें प्रदेश अध्यक्ष के लिए पूजा भार्गव, राजेश गुर्जर, डिंपल सिंदल, सत्यवीर चैधरी, आशीष टटवाल बेरवा, सुधींद्र मूंढ, विकास कुमार व्यास, राकेश मीणा, राजेश रालिया, अभिमन्यु पूनिया, यशवीर शुरा, अजय जैन, चंद्र प्रकाश मीणा, अरबाब खान, अशोक कुमार कुलारिया शामिल है।
इनमें से सबसे अधिक वोट प्राप्त करने वाले 3 युवाओं को विजेता घोषित किया जाएगा। जिनके मतदान परिणाम आने के बाद दिल्ली में साक्षात्कार होगा, साक्षात्कार के बाद ही प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा होगी। शोष दो को प्रदेश उपाध्यक्ष निर्वाचित घोषित किया जाएगा।
इसी प्रकार प्रदेश महासचिव के लिए 242 प्रत्याशी मैदान में डटे हुए है। इन 242 उम्मीदवारों में से 45 प्रदेश महासचिव चुने जाएंगे। जिनमें सबसे ज्यादा वोटिंग प्राप्त करने वाले 14 उम्मीदवार शामिल होकर महासचिव चुने जायेगे। जबकि 5 अल्पसंख्यक, 3 एससी, 3 एसटी, 1 दिव्यांग, इसके साथ ही पहली बार एक किन्नर को भी महासचिव चुना जाएगा। इसके अलावा करीब 11 महिला प्रदेश महासचिव, 2 एससीएसटी महिला आरक्षित वर्ग में चुनी जाएगी।
इसी तरह 75 सचिव, 8 उपाध्यक्ष भी चुने जाएंगे। जिनमें एससी, एसटी, महिला एवं, अल्पसंख्यक आरक्षित वर्ग को शामिल कर चुना जाएगा।